खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ग्राम पटाजन के एक सरकारी स्कूल में एक धमकी भरा खत मिलने से जिले का खुफिया तंत्र हरकत में आ गया है. पत्र हाथ से लिखा हुआ है और अब सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो चला है. पत्र आईएसआई संगठन के नाम से लिखा गया है और उसमें सरकारी स्कूल को बम ब्लास्ट से उड़ाने की धमकी दी गयी है. यही नहीं उसमें खंडवा शहर के कुछ क्षेत्रों सहित कुछ राज्यों में भी विस्फोट करने की बात लिखी होना सामने आया है. हालांकि सूत्रों की मानें तो फिलहाल पुलिस के इन्वेस्टिगेशन में यह पत्र किसी की शरारत लग रहा है. जिस पर पुलिस अधिकारी भी अभी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं, लेकिन उसकी जांच जारी है.
धमकी भरा पत्र मिला: खंडवा जिले के खालवा ब्लाक के पटाजन गांव के एक सरकारी स्कूल जो कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पटाजन के नाम से है, वहां बीते 28 दिसंबर की सुबह स्कूल में लगे ताले के साथ प्यून को एक पत्र मिला. मिली जानकारी के अनुसार पत्र में आने वाले गणतंत्र दिवस पर उस शासकीय स्कूल को बम से उड़ने की धमकी दी गई थी. यही नहीं उसमें खंडवा शहर के भी कुछ मुहल्लों और देश के कुछ राज्यों के नाम भी लिखे थे जहां भी ब्लास्ट करने की धमकी सख्त लहजे में लिखी हुई थी.
पत्र में पाकिस्तान जिंदाबाद के लगाए नारे: साथ ही पत्र भेजने वाले ने आईएसआई संगठन के नाम से पत्र भेजते हुए उसमें पाकिस्तान जिंदाबाद भी लिखा था. हालांकि जानकारी मिलते ही पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है और इस पत्र की जांच की जा रही है. लेकिन पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह पत्र किसी शरारती तत्व के द्वारा लिखा होना प्रतीत हो रहा है. धमकी भरा यह खत अब सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है.
पुलिस को दी सूचना: वहीं, इस पूरे मामले को लेकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पटाजन के प्रभारी प्राचार्य सुनील कुमार जैन ने बताया कि ''यह बात सही है, 28 दिसंबर को लेटर मिला था. सवेरे 9 बजे जब प्यून हमारा स्कूल खोलने के लिए पहुंचा, तो ताले में पत्र लगा हुआ था. इसकी सूचना पुलिस अधिकारियों और हमारे विभागीय अधिकारी को दी गई. पुलिस अपने हिसाब से इसमें इन्वेस्टिगेशन कर रही है.''
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जांच में जुटी पुलिस: इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के सवाल पर प्रभारी प्राचार्य जैन ने बताया कि ''उन्होंने 2 तारीख को ही एफआईआर दर्ज करा दी थी. पुलिस इसमें अपने हिसाब से इन्वेस्टिगेशन भी कर रही है. हालांकि प्राचार्य जैन के अनुसार इसमें अभी तक पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है.'' वहीं पत्र में क्या लिखा था इसको लेकर प्राचार्य जैन ने बताया कि ''इस बारे में उन्हें ज्यादा नहीं मालूम है, मुझे पत्र जैसे मिला था वैसा ही पुलिस को सौंप दिया था.''