खंडवा। रविवार देर रात मोघट थाने पर एक समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया, इसके बाद यहां धारा 144 लागू कर दी गई है. बता दें कि रविवार सुबह एक विशेष समुदाय की नाबालिग छात्रा 2 हिन्दू युवकों के साथ टी-बार में चाय पी रही थी. इसी दौरान मौके पर पहुंचे अन्य विशेष समुदाय के लोगों ने दोनों हिंदू युवक के साथ मारपीट कर दी, इसके बाद पीड़ित युवकों और छात्रा ने इसकी शिकायत थाने में की. मामले में यू-टर्न तब आया जब विशेष समुदाय के लोग छात्रा को लेकर फिर से थाने पहुंचे और कहने लगे कि पहले छात्रा पर दबाव बनाकर शिकायत कराई गई थी. बता दें कि रात में जब छात्रा विशेष समुदाय के लोगों के साथ थाने पहुंची थी तो कुछ लोगों ने थाने का घेराव करते हुए पथराव किया था. घटना को देखते हुए हरकत में आई पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठियां भांजी, तब कहीं जाकर स्थिति नियंत्रण में आई. फिलहाल क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है.
दो गुटों में मामूली बातों को लेकर हुआ विवाद: इस पूरे विवाद की शुरुआत रविवार दोपहर को हुई थी, जहां शहर के आनंदनगर स्थित एक रेस्टारेंट में विशेष समुदाय की नाबालिग छात्रा को 2 युवकों के साथ बैठा देख कुछ लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया था. दरअसल छात्रा एक टीचर और एक परिचित के साथ बैठी थी, इसके बाद 8 से 10 लोगों ने मौके पर पहुंच युवकों के साथ मारपीट शुरू कर दी और उनका(युवकों का) अपहरण कर खानशाहवली इलाके में ले गए. इसकी जानकारी जैसे ही पुलिस को मिली वे कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को छुड़ाकर उनकी जान बचाई. मोघट पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ अपहरण और मारपीट को लेकर एफआईआर दर्ज की है.
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क्षेत्र में धारा 144 लागू: इस घटना से नाराज होकर देर रात करीब 11 बजे विशेष समुदाय के लोग और कहारवाड़ी वार्ड पार्षद अशफाक सिगड़ नाबालिग को लेकर युवकों पर छेड़खानी का केस दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे. उनका कहना था कि "सुबह जो छात्रा ने शिकायत की थी, वो युवकों के दबाव में आकर की थी, इसलिए दोबारा से शिकायत दर्ज कीजिए." पुलिस ने मामले में विशेष समुदाय के लोगों को समझाइश देने की कोशिश की तो इमलीपुरा की ओर से आए पार्षद समर्थकों ने थाने का घेराव करते हुए पथराव कर दिया. इस दौरान थाना परिसर में भी पत्थर फेंके गए, इसके बाद एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल भी थाने पहुंचे. बाद में मामले में पुलिस ने पार्षद को हिरासत में लिया और भीड़ पर लाठियां भांजते हुए खदेड़ दिया. हालात काबू में करने के बाद क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई, इस मामले में पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि "मोहम्मद उमेद, अशफाक सिगड़ सहित 15 लोगों पर पुलिस बल पर पथराव कर शासकीय कार्य में बाधा डालने को लेकर केस दर्ज किया गया है."