खंडवा। जिले में वनमाफिया के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि उन्होंने पूरे जंगल पर कब्जा कर लिया है. पहले अतिक्रमणकारियों ने बुरहानपुर के जंगल का सफाया किया, इसके बाद उन्होंने अब खंडवा की ओर रुख किया है. खंडवा के ग्राम केसुन में जंगल काटने पहुंचे अतिक्रमणकारियों ने वन विभाग के कर्मचारियों पर तीर गोफन से हमला किया. जिस पर वन कर्मियों ने एक्शन लेते हुए माफियाओं को गिरफ्तार किया और उनसे 'झाड़ काटना पाप है' के नारे लगवाए.
14 हेक्टेयर जंगल पर कब्जा: वन माफिया द्वारा हमले पर वनकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. माफियाओं के पास से 14 कुल्हाड़ी, 7 गोफन और वन्यजीवों के अवशेष मिले. इन्होंने करीब 14 हेक्टेयर जमीन पर लगे पेड़ों को काटकर धराशाई कर दिया. 42 सागौन रोपण में खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर क्षेत्र के अतिक्रमणकारियों ने कुल्हाड़ी, गोफन और तीर कमान लेकर ग्राम केसुन के जंगल में धावा बोला. हथियारों से लैस अतिक्रमणकारियों की सूचना मिलने पर वन सुरक्षा समिति और वन विभाग की टीम उन्हें रोकने पहुंची. इस दौरान माफियाओं ने उन पर तीर और गोफन से हमला कर दिया. अचानक हुए इस हमले का वन विभाग के अमले ने डटकर मुकाबला किया.
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पेड़ काटना पाप है: रेंजर प्रफुल्ल मेश्राम ने बताया कि जवाबी कार्रवाई करते हुए वन विभाग और वन समिति की टीम ने घेराबंदी कर 14 अतिक्रमणकारियों को पकड़ लिया. इसके बाद माफियाओं ने वन विभाग की टीम ने कान पकड़कर 'पेड़ काटना पाप है' नारे लगवाए. घटना का वीडियो भी सामने आया है. अतिक्रमणकारियों ने 15 दिसंबर 2022 से 11 दिसंबर 2023 के बीच केसुन के जंगल में हरे-भरे सागौन के पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाई थी. अब तक 15 हेक्टेयर जंगल का सफाया वन माफियाओं ने कर दिया है. इसकी जानकारी खुद अतिक्रमणकारियों ने दी है.