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कागज पर दो, लेकिन हकीकत में एक ही ड्राइवर, जननी एक्सप्रेस चालकों ने मंत्री जी से लगाई गुहार

जननी एक्सप्रेस के ड्राइवर्स ने जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट से मुलाकात की. उन्होंने मंत्री से अपनी परेशानियां साझा की हैं, जिस पर मंत्री ने उन्हें जल्द समाधान निकालने का आश्वासन दिया है.

जननी एक्सप्रेस के ड्राईवर्स ने मंत्री तुलसी सिलावट से की मुलाकात
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Published : Jun 15, 2019, 11:05 AM IST

Updated : Jun 15, 2019, 11:52 AM IST

खंडवा। जिला योजना समिति की समीक्षा बैठक के दौरान जननी एक्सप्रेस के ड्राइवर्स प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट से मिलने पहुंचे. चालकों ने आरोप लगाया है कि हर वाहन के नाम पर दो ड्राइवरों के नाम दर्ज हैं, लेकिन हर वाहन को चलाने के लिए एक ही ड्राइवर रखा गया है.

जननी एक्सप्रेस के ड्राईवर्स ने मंत्री तुलसी सिलावट से की मुलाकात

स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाली 108 जननी एक्सप्रेस के चालकों ने स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट से अपनी समस्याओं को लेकर मुलाकात की. उन्होंने मंत्री से कहा कि वो 3 सालों से 24 घंटे बिना किसी छुट्टी के 108 एंबुलेंस चला रहे हैं. उन्हें हफ्ते में एक दिन की भी छुट्टी नहीं मिलती है. ऐसे में वो शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से परेशान रहते हैं. कागजों में हर गाड़ी में दो ड्राईवर देने की बात हुई है. कागजों पर तो दो ड्राइवर हैं, लेकिन गाड़ियों में सिर्फ एक ही ड्राइवर है.

वहां कागज पर एक गाड़ी को चलाने के लिए दो व्यक्ति का नाम दर्ज है, लेकिन वास्तव में एक ही व्यक्ति काम करता हैं. प्रबंधन दूसरे ड्राइवर का पैसा खुद खा लेते हैं. इतनी मेहनत के बाद भी उन्हें सिर्फ 6 हजार मासिक तनख्वाह दी जाती है. उनका आरोप है कि कंपनी के अधिकारी उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं. हालांकि प्रभारी मंत्री ने उन्हें समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है.

खंडवा। जिला योजना समिति की समीक्षा बैठक के दौरान जननी एक्सप्रेस के ड्राइवर्स प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट से मिलने पहुंचे. चालकों ने आरोप लगाया है कि हर वाहन के नाम पर दो ड्राइवरों के नाम दर्ज हैं, लेकिन हर वाहन को चलाने के लिए एक ही ड्राइवर रखा गया है.

जननी एक्सप्रेस के ड्राईवर्स ने मंत्री तुलसी सिलावट से की मुलाकात

स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाली 108 जननी एक्सप्रेस के चालकों ने स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट से अपनी समस्याओं को लेकर मुलाकात की. उन्होंने मंत्री से कहा कि वो 3 सालों से 24 घंटे बिना किसी छुट्टी के 108 एंबुलेंस चला रहे हैं. उन्हें हफ्ते में एक दिन की भी छुट्टी नहीं मिलती है. ऐसे में वो शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से परेशान रहते हैं. कागजों में हर गाड़ी में दो ड्राईवर देने की बात हुई है. कागजों पर तो दो ड्राइवर हैं, लेकिन गाड़ियों में सिर्फ एक ही ड्राइवर है.

वहां कागज पर एक गाड़ी को चलाने के लिए दो व्यक्ति का नाम दर्ज है, लेकिन वास्तव में एक ही व्यक्ति काम करता हैं. प्रबंधन दूसरे ड्राइवर का पैसा खुद खा लेते हैं. इतनी मेहनत के बाद भी उन्हें सिर्फ 6 हजार मासिक तनख्वाह दी जाती है. उनका आरोप है कि कंपनी के अधिकारी उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं. हालांकि प्रभारी मंत्री ने उन्हें समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है.

Intro:खंडवा - प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट आज जिला योजना समिति की समीक्षा बैठक लेने खंडवा पहुंचे थे। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाली जननी एक्सप्रेस के ड्राईवर स्वास्थ्य मंत्री से मिलने पहुंचे। उन्होंने मंत्री सिलावट से अपनी समस्या को लेकर आवेदन दिया। साथ ही 108 जननी एक्सप्रेस चलाने वाले ड्राइवरों ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि एक वाहन के नाम पर दो ड्राइवरों के नाम दर्ज हैं। जबकि कागजों पर दोनों के पैसे शासन से आ रहे हैं।


Body:खंडवा में शुक्रवार जिला योजना समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने योजनाओं की समीक्षा की। वहीं इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित होने वाली 108 जननी एक्सप्रेस के चालकों ने स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट से अपनी समस्याओं को लेकर मुलाकात कर आवेदन दिया। आवेदन के माध्यम से उन्होंने मंत्री से कहा कि हम 3 वर्षों से 24 घंटे बिना किसी छुट्टी के 108 गाड़ी चला रहे हैं। हमें सप्ताह में एक दिन की भी छुट्टी नही मिलती हैं। ऐसे हम शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से परेशान रहते हैं। इसके कारण कई बार देर रात तक गाड़ी चलाने से ड्राईवर और उनके साथ बैठे पेसेंट भी हादसे का शिकार होते होते बचे। इनका आरोप था कि शासन स्तर पर जिस कंपनी का ठेका हैं। वहां कागज पर एक गाड़ी को चलाने के लिए दो व्यक्ति का नाम दर्ज लेकिन वास्तव में एक ही व्यक्ति काम करता हैं। एक अन्य का पैसा ऊपर के हजम कर लेते है। यही नहीं हमें सिर्फ 6 हजार मासिक तनख्वाह दी जाती हैं। और तो और कंपनी के अधिकारी हमें धमकाते हैं। आपको नौकरी से निकाला जाता हैं। गाड़ियों को सीएमएचओ ऑफिस में लगा दो


Conclusion:हालांकि इन्हें प्रभारी मंत्री से चर्चा के बाद आश्वासन दिया गया कि जल्द ही समस्या का निराकरण कर दिया जाएगा।

byte - सुरेश जाधव , ड्राइवर
Last Updated : Jun 15, 2019, 11:52 AM IST
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