भोपाल। मध्यप्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट (Khandwa Lok Sabha Seat of Madhya Pradesh) पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए टिकिट वितरण को लेकर कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Former Chief Minister Digvijay Singh) ने अरुण यादव (Arun Yadav) को बधाई देकर सियासी पारे को बढ़ा दिया है. वहीं निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह 'शेरा' (Independent MLA Surendra Singh 'Shera') ने भोपाल में जाकर खंडवा सीट से अपनी पत्नी की दावेदारी को मजबूत बताया है. इसके साथ ही उन्होंने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात कर नए समीकरणों को जन्म दे दिया है.
अरुण यादव की राह आसान नहीं
टिकिट की दावेदारी को लेकर कांग्रेस में संभावित उम्मीदवार अरुण यादव की राह आसान नजर नहीं आ रही है. अरुण यादव ने एक तरफ अपना चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. अरुण यादव द्वारा किए गए ट्वीट पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बधाई दिए जाने के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा गर्म हो गई है कि, अरुण यादव का टिकट फाइनल हो गया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में अरुण यादव खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस का चहरा थे. 2009 में अरुण यादव चुनाव भी जीत चुके है.
इस बीच निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने अपनी मजबूत दावेदारी को लेकर भरोसा जताया है. शेरा ने कहा कि खंडवा सीट से कांग्रेस का टिकट उनकी पत्नी जयश्री को ही मिलेगा. इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है. वे ही टिकट के मजबूत दावेदार हैं. इसके लिए उनकी कमलनाथ से बात हो गई है.
नरोत्तम से मुलाकात ने बढ़ाई मुश्किलें
निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने गुरुवार को गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात की. हालांकि इस मुलाकात को औपचारिक बताया जा रहा है. लेकिन सियासी गलियारों में चर्चा गर्म हो गई है कि, खंडवा लोकसभा सीट को लेकर दावेदारी में आने वाले समय में पेंच फंस सकता है. जानकारों का कहना है कि यदि शेरा की पत्नी को कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो हो सकता है कि वे निर्दलीय के तौर पर खंडवा सीट से चुनाव मैदान में उतर जाएं.
इन हालातों में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. सुरेंद्र सिंह शेरा बुरहानपुर विधानसभा सीट शाहपुर से निर्दलीय विधायक है. कमलनाथ की सरकार को उन्होंने समर्थन दिया था.
8 अक्टूबर है नामांकन की आखिरी तारीख
पूर्व बीजेपी सांसद नंदकुमार सिंह चौहान (Former BJP MP Nandkumar Singh Chouhan) के निधन से खंडवा लोकसभा सीट खाली हुई है. 30 अक्टूबर को यहां चुनाव होने वाले हैं. 8 अक्टूबर तक नामांकन करने की अंतिम तारीख है. अभी किसी भी दल ने उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर नहीं लगाई है.
खंडवा लोकसभा सीट स्थिति
खंडवा लोकसभा सीट में 8 विधानसभा सीट शामिल है. इसमें बागली, पंधाना, भीखनगांव, मंधाता, नेपानगर, बड़वाह, खंडवा, बुरहानपुर है. तीन पर बीजेपी, 4 पर कांग्रेस और 1 सीट पर निर्दलीय का कब्जा है.
खंडवा सीट का समीकरण
- मतदाता: 17,59,410
पुरुष: 9,12,747
महिला: 8,46,663 - यहां की 76.26 फीसदी ग्रामीण और 23.74 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्र में रहती है.
- खंडवा में 10.85 फीसदी अनुसूचित जाति और 35.13 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति की है.
खंडवा लोकसभा के साथ तीन विधानसभा सीट पर चुनाव
मध्यप्रदेश में खंडवा लोकसभा सीट के साथ तीन विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले है. पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा सीट पर विधायकों की मृत्यू के बाद उपचुनाव होंगे. आइए जानते है इन सीटों पर समीकरण...
पृथ्वीपुर: कांग्रेस के दावेदार नितेंद्र सिंह राठौर
पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के बेटे नीतेंद्र सिंह राठौर मुख्य दावेदार है. उनके पिता कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता थे और जनता के प्रति जुड़ाव के दम पर वे दो बार निर्दलीय विधायक भी चुने गए है. यहां से 2008 और 2018 में कांग्रेस और 2013 में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.
मतदाता: 2,06,000
पुरुष: 1,29,860
महिला: 76,240
जातियां: दलित, ओबीसी, सवर्ण
रैगांव: कांग्रेस की दावेदार कल्पना वर्मा
कल्पना 2018 में लड़ चुकी हैं चुनाव
- अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षित सीट
- 2018 में कल्पना वर्मा को 48,489 वोट मिले थे.
जोबट: संभावित दावेदार
- सुलोचना रावत 1998 में कांग्रेस पार्टी की तरफ से विधायक रह चुकी है. कांग्रेस पार्टी इन पर दांव लगाने की तैयारी में है.
- महेश पटेल वर्तमान में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष है.
- दीपक भूरिया स्व. विधायक कलावती भूरिया के भतीजे है.
आदिवासी बहुल सीट
मतदाता: 2,75,205
पुरुष: 1,37,638
महिला: 1,37,567