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आदिवासी सीनियर छात्रावास की छात्राओं को सता रहा भूत का डर, 23 लड़कियों ने छोड़ा हॉस्टल

खंडवा में आदिवासी कन्या छात्रावास में भूत-प्रेत के डर से इन दिनों छात्राएं परेशान हैं. छात्रावास में रहने वाली छात्राओं में इतना डर है कि एक-एक कर 23 छात्राएं अपने घर चली गईं.

Fear of ghost haunting girl students
छात्राओं को सता रहा भूत का डर
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Published : Nov 30, 2019, 2:11 PM IST

खंडवा। जिले के छैगांव माखन के आदिवासी कन्या छात्रावास में भूत-प्रेत के डर से इन दिनों छात्राएं परेशान हैं. छात्रावास में रहने वाली छात्राओं में इतना डर है कि एक-एक कर 23 छात्राएं अपने घर चली गईं. ये सिलसिला एक सप्ताह से जारी है, लेकिन किसी को खबर तक नहीं हुई. मामला उजागर भी नहीं होता, लेकिन एक छात्रा की तबियत अचानक बिगड़ गई और वो असामान्य व्यवहार करने लगी. लेकिन छात्रा को तब भी चोरी छिपे खंडवा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.

खंडवा से लगभग 17 किलोमीटर दूर छैगांव माखन के नवीन सीनियर कन्या छात्रावास में रह रहीं छात्राएं गायत्री मंत्र का जाप कर रही हैं. इन छात्राओं ने अपने छात्रावास में भी गायत्री मंत्र और भगवान की तस्वीरें लगा रखी हैं. इतना ही नहीं सुविचार का पोस्टर भी लगा रखा है. जिस पर लिखा है जो जैसा सोचता है, वो वैसा ही बन जाता है. लेकिन इसके बावजूद भी छात्राओं के चेहरे पर प्रेत आत्मा का खौफ साफ दिखाई देता है. डर से छात्राएं बोल भी नहीं पा रही हैं.

छात्राओं को सता रहा भूत का डर

छात्राओं के साथ-साथ हॉस्टल वॉर्डन भी डरी हुई है. वॉर्डन भी मान रही है कि प्रेत आत्मा के साए के चलते छात्राएं डरी हुई हैं. हॉस्टल वॉर्डन ने बिना छात्राओं की कॉउंसलिंग किए 23 छात्राओं को घर भेज दिया .लेकिन छात्रावास में रहने वाली एक छात्रा की जब तबियत ज्यादा खराब होने की खबर बाहर आई तब जाकर मामले का खुलासा हुआ.

स्कूल के प्रचार्य को पता ही नहीं है की छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के साथ क्या हो रहा है. उनके मुताबिक उन्हें हॉस्टल वॉर्डन ने नहीं बताया कि छात्राएं प्रेत आत्मा के साए से डरी हुई हैं. उन्हें अब पता चला की इतनी ज्यादा लड़कियां स्कूल नहीं आ रही हैं. प्राचार्य का कहना है कि छात्राओं से संपर्क कर उनकी काउंसलिंग कर उन्हें वापस हॉस्टल में लाया जाएगा. उन्हें समझाएंगे की ये सिर्फ अंधविश्वास है. प्रेत आत्मा जैसी कोई चीज नहीं होती.

नोट: ईटीवी भारत किसी भी प्रकार के अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता है.

खंडवा। जिले के छैगांव माखन के आदिवासी कन्या छात्रावास में भूत-प्रेत के डर से इन दिनों छात्राएं परेशान हैं. छात्रावास में रहने वाली छात्राओं में इतना डर है कि एक-एक कर 23 छात्राएं अपने घर चली गईं. ये सिलसिला एक सप्ताह से जारी है, लेकिन किसी को खबर तक नहीं हुई. मामला उजागर भी नहीं होता, लेकिन एक छात्रा की तबियत अचानक बिगड़ गई और वो असामान्य व्यवहार करने लगी. लेकिन छात्रा को तब भी चोरी छिपे खंडवा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.

खंडवा से लगभग 17 किलोमीटर दूर छैगांव माखन के नवीन सीनियर कन्या छात्रावास में रह रहीं छात्राएं गायत्री मंत्र का जाप कर रही हैं. इन छात्राओं ने अपने छात्रावास में भी गायत्री मंत्र और भगवान की तस्वीरें लगा रखी हैं. इतना ही नहीं सुविचार का पोस्टर भी लगा रखा है. जिस पर लिखा है जो जैसा सोचता है, वो वैसा ही बन जाता है. लेकिन इसके बावजूद भी छात्राओं के चेहरे पर प्रेत आत्मा का खौफ साफ दिखाई देता है. डर से छात्राएं बोल भी नहीं पा रही हैं.

छात्राओं को सता रहा भूत का डर

छात्राओं के साथ-साथ हॉस्टल वॉर्डन भी डरी हुई है. वॉर्डन भी मान रही है कि प्रेत आत्मा के साए के चलते छात्राएं डरी हुई हैं. हॉस्टल वॉर्डन ने बिना छात्राओं की कॉउंसलिंग किए 23 छात्राओं को घर भेज दिया .लेकिन छात्रावास में रहने वाली एक छात्रा की जब तबियत ज्यादा खराब होने की खबर बाहर आई तब जाकर मामले का खुलासा हुआ.

स्कूल के प्रचार्य को पता ही नहीं है की छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के साथ क्या हो रहा है. उनके मुताबिक उन्हें हॉस्टल वॉर्डन ने नहीं बताया कि छात्राएं प्रेत आत्मा के साए से डरी हुई हैं. उन्हें अब पता चला की इतनी ज्यादा लड़कियां स्कूल नहीं आ रही हैं. प्राचार्य का कहना है कि छात्राओं से संपर्क कर उनकी काउंसलिंग कर उन्हें वापस हॉस्टल में लाया जाएगा. उन्हें समझाएंगे की ये सिर्फ अंधविश्वास है. प्रेत आत्मा जैसी कोई चीज नहीं होती.

नोट: ईटीवी भारत किसी भी प्रकार के अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता है.

Intro:खंडवा - खंडवा के छैगांव माखन में एक आदिवासी कन्या छात्रावास में भूत प्रेत के डर से इन दोनों छात्राए परेशान हैं। छात्रावास में रहने वाली छात्राओं में इतना डर हैं की एक एक कर 23 छात्राए अपने अपने घर चली गई। ये सिलसिला एक सप्ताह से जारी हैं लेकिन किसी को कानोंकान खबर तक नहीं हुई। मामला उजागर भी नहीं होता लेकिन एक छात्रा की तबियत अचानक बिगड़ गई और वह असामान्य व्यवहार करने लगी तब जा कर उसे चोरी छिपे खंडवा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।


Body:गायत्री मंत्र का जाप करती ये छात्राए खंडवा से लगभग 17 किलोमीटर दूर छैगांवमाखन के नवीन सीनियर कन्या छात्रावास में रहती हैं। ये इसलिए गायत्री मंत्र का जाप कर रही हैं क्योंकि इनके छात्रावास में किसी प्रेत आत्मा का साया हैं इन छात्राओं ने अपने छात्रावास में भी गायत्री मंत्र और भगवानों की तस्वीर लगा रखी हैं. इतना ही नहीं सुविचार का पोस्टर भी लगा रखा हैं जिस पर लिखा हैं जो जैसा सोचता हैं वो वैसा ही बन जाता हैं। लेकिन इनके चेहरे पर प्रेत आत्मा का खौफ साफ देखा जा सकता हैं। खौफ इतना की दिन में भी छात्रावास का परिसर सुनसान नजर आता ही। प्रेत आत्मा के साए से डर कर अब तक इन छात्रावास में रहने वाली लगभग 23 छात्राए अपने अपने घर चली गई हैं. जो छात्राए बची हैं उन्हें भी हरदम डर सताता रहता हैं. मामला उस समय सामने आया जब एक छात्रा की तबियत गई और वह अजीब व्यवहार करने लगी तो उसे डॉयल 100 की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. लेकिन डर का आलम देखिए बच्चियां सही से बोल भी नहीं पा रही हैं।

Byte - छात्रा

छात्राए डर के मारे कांप ही रही हैं लेकिन हॉस्टल वॉर्डन उनसे भी ज्यादा डरी हुई हैं।वार्डन भी मान रही हैं कि प्रेत आत्मा के साए के चलते छात्राए डरी हुई है। हॉस्टल वॉर्डन ने 23 छात्राओं को घर भेज दिया।लेकिन न उनकी काउंसलिंग की न उनके दिल से प्रेत आत्मा का डर निकला। अगर छात्रावास में रहने वाली एक छात्रा तबियत ज्यादा ख़राब होने की खबर बहार नहीं आती तो शायद प्रेत आत्मा के साए से डर के चलते पूरा हॉस्टल ही खाली हो जाता। हॉस्टल वॉर्डन ने पहले तो यह बताने से मना किया कि कितनी छात्राए हॉस्टल छोड़ कर चली गई हैं लेकिन बादमे जब उपस्थिति रजिस्टर देखा गया तो पता चला की हॉस्टल में रहने वाली लगभग 42 छात्रो में से एक दो नहीं पूरी 23 छात्राए हॉस्टल छोड़ कर घर जा चुकी हैं।

Byte - दीप्ती जगताप, हॉस्टल वॉर्डन

Conclusion:इधर स्कूल के प्रचार्य को पता ही नहीं हैं की छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के साथ क्या हो रहा हैं. उनके मुताबिक उन्हें हॉस्टल वॉर्डन ने नहीं बताया कि छात्राएं प्रेत आत्मा के साए से डरी हुई हैं. उन्हें भी अब पता चला की इतनी बड़ी संख्या में छात्राए स्कूल नहीं आ रही हैं. उन्होंने कहा की मुझे अभी जानकारी मिली हैं. हम छात्राओं से संपर्क कर उनकी काउंसलिंग कर उन्हें वापस हॉस्टल में लाएंगे. उन्हें समझाएंगे की यह सिर्फ अंधविश्वास हैं. प्रेत आत्मा जैसी कोई चीज नहीं होती.

Byte - बी के मंडलोई प्राचार्य, उत्कृष्ट स्कूल छैगांव माखन
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