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बीमा क्लेम राशि के लिए भटक रहे 537 किसान, SDM से लगाई मदद की गुहार

बीमे क्लेम की राशि को लेकर भी किसानों को दर-दर की ठोकरें खाने पड़ रही हैं. गुरूवार को किसानों ने पंधाना एसडीएम से मदद की गुहार लगाई है. पढ़िए पूरी खबर...

KHANDWA
खंडवा न्यूज
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Published : May 1, 2020, 5:44 PM IST

खंडवा। एक ओर जहां क्षेत्र के किसान कोरोना की मार झेल रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर अपने हक और बीमे क्लेम की राशि को लेकर भी किसानों को दर-दर की ठोकरें खाने पड़ रही हैं. फसल बोने के लिए सेवा सहकारी सोसाइटी से जब किसानों के द्वारा खाद बीज या लोन उठाया जाता है, उसी समय किसानों के खाते से सोसाइटी के द्वारा बीमा की राशि प्रति एकड़ हेक्टेयर के हिसाब से काट ली जाती थी.

फसलों का सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी आफ इंडिया लिमिटेड भोपाल के द्वारा बीमा किया गया था. लेकिन अब तक सेवा सहकारी समिति पंधाना और सेवा सरकारी समिति सैयदपुर डुल्हार के द्वारा लगभग 537 किसानों को बीमा क्लेम का लाभ नहीं मिला है.

कृषि विभाग और बैंकों के चक्कर काट रहे किसान

क्षेत्र के किसान अब अधिकारियों, बीमा कंपनी ,कृषि विभाग,बैंक के चक्कर काट रहे हैं. गुरुवार दोपहर तहसील कार्यालय में किसानों ने एकत्रित होकर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए एसडीएम राहुल गुप्ता को ज्ञापन सौपा. ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने आपनी व्यथा बताते हुए कहा कि ग्राम संगवाड़ा, डाभी, निहालवाड़ी, सोनगीर, सिलौदा, डूल्हार पटवारी हल्का नंबर 10, 4, 7, 15, 17, 19 ने भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में फसल सोयाबीन कपास के लिये जिला सहकारी बैंक पंधाना अंतर्गत सेवा सहकारी समिति पंधाना एवं सैयदपुर डुल्हार द्वारा बीमा कंपनी को अपनी प्रीमियम कटा कर बीमा करवाया था.

'2018 में भी रहना पड़ा था लाभ से वंचित'

वर्ष 2018-19 के फसलों का बीमा क्लेम की राशि आ गई है, लेकिन पटवारी हल्का न. 10, 4, 7, 15, 17, 19 के कृषकगण को किसी प्रकार की कोई बीमा राशि प्राप्त नहीं हुई है, जबकी उन्हीं हल्का नंबर के ग्रामों में जिन किसानों के खाते ग्रामीण बैंक एवं राष्ट्रीकत बैंको के है में राशि आ चुकी है. ज्ञापन सौंपने आए कृषकों ने कहा कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में किए गए बीमा क्लेम की राशि क्यों नहीं आई है. वर्ष 2017-18 में भी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की लापरवाही के कारण पंधाना एवं सैयदपुर डुल्हार समिति से जुडे़ कुछ कृषकों कों बीमा क्लेम से वंचित रहना पड़ा था.

पंधाना SDM ने दिया जांच का भरोसा

अब किसानों ने SDM से तत्काल जंच करवाकर बीमा राशि दिलवाने की मांग की. डूल्हार के किसान श्रीकृष्ण पटेल, विक्रम सिंह पटेल ने बताया कि सैयदपुर की सेवा सहकारी समिति से खाद बीज खरीदा गया था, उसी समय सोसायटी ने इंश्योरेंस के नाम पर हमारे खाते से फसल बीमे के रुपये काट लिये थे. इस पूरे मामले में पंधाना एसडीएम ने जांच के बाद किसानों की समस्या हल कराने का भरोसा दिया है.

ये आंकड़े 2018-19 सोयाबीन फसल के बीमा राशि और रकबे के हैं.

सेवा सहकारी समिति पंधाना

  • 763 किसानों ने बीमा कराया
  • 137 किसानों का बीमा क्लेम क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिल पाई
  • 1382.70 हेक्टेयर रकबे का बीमा हुआ
  • 11,06,160 प्रीमियम राशि जो किसानों से ली गई.
  • 1,14,62,216 रुपए बीमा क्लेम क्षतिपूर्ति के रूप में जारी किया गया

सेवा सहकारी समिति सैयदपुर डूल्हार

  • 700 किसानों ने बीमा कराया
  • 400 किसानों का बीमा क्लेम क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिल पाई
  • 1123.80 हेक्टेयर भूमि रकबे का बीमा हुआ
  • 8,99,040-प्रीमियम राशि, जो किसानों से ली गई
  • 37,28,208 रुपए बीमा क्लेम क्षतिपूर्ति के रूप में जारी किया गया.

खंडवा। एक ओर जहां क्षेत्र के किसान कोरोना की मार झेल रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर अपने हक और बीमे क्लेम की राशि को लेकर भी किसानों को दर-दर की ठोकरें खाने पड़ रही हैं. फसल बोने के लिए सेवा सहकारी सोसाइटी से जब किसानों के द्वारा खाद बीज या लोन उठाया जाता है, उसी समय किसानों के खाते से सोसाइटी के द्वारा बीमा की राशि प्रति एकड़ हेक्टेयर के हिसाब से काट ली जाती थी.

फसलों का सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी आफ इंडिया लिमिटेड भोपाल के द्वारा बीमा किया गया था. लेकिन अब तक सेवा सहकारी समिति पंधाना और सेवा सरकारी समिति सैयदपुर डुल्हार के द्वारा लगभग 537 किसानों को बीमा क्लेम का लाभ नहीं मिला है.

कृषि विभाग और बैंकों के चक्कर काट रहे किसान

क्षेत्र के किसान अब अधिकारियों, बीमा कंपनी ,कृषि विभाग,बैंक के चक्कर काट रहे हैं. गुरुवार दोपहर तहसील कार्यालय में किसानों ने एकत्रित होकर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए एसडीएम राहुल गुप्ता को ज्ञापन सौपा. ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने आपनी व्यथा बताते हुए कहा कि ग्राम संगवाड़ा, डाभी, निहालवाड़ी, सोनगीर, सिलौदा, डूल्हार पटवारी हल्का नंबर 10, 4, 7, 15, 17, 19 ने भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में फसल सोयाबीन कपास के लिये जिला सहकारी बैंक पंधाना अंतर्गत सेवा सहकारी समिति पंधाना एवं सैयदपुर डुल्हार द्वारा बीमा कंपनी को अपनी प्रीमियम कटा कर बीमा करवाया था.

'2018 में भी रहना पड़ा था लाभ से वंचित'

वर्ष 2018-19 के फसलों का बीमा क्लेम की राशि आ गई है, लेकिन पटवारी हल्का न. 10, 4, 7, 15, 17, 19 के कृषकगण को किसी प्रकार की कोई बीमा राशि प्राप्त नहीं हुई है, जबकी उन्हीं हल्का नंबर के ग्रामों में जिन किसानों के खाते ग्रामीण बैंक एवं राष्ट्रीकत बैंको के है में राशि आ चुकी है. ज्ञापन सौंपने आए कृषकों ने कहा कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में किए गए बीमा क्लेम की राशि क्यों नहीं आई है. वर्ष 2017-18 में भी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की लापरवाही के कारण पंधाना एवं सैयदपुर डुल्हार समिति से जुडे़ कुछ कृषकों कों बीमा क्लेम से वंचित रहना पड़ा था.

पंधाना SDM ने दिया जांच का भरोसा

अब किसानों ने SDM से तत्काल जंच करवाकर बीमा राशि दिलवाने की मांग की. डूल्हार के किसान श्रीकृष्ण पटेल, विक्रम सिंह पटेल ने बताया कि सैयदपुर की सेवा सहकारी समिति से खाद बीज खरीदा गया था, उसी समय सोसायटी ने इंश्योरेंस के नाम पर हमारे खाते से फसल बीमे के रुपये काट लिये थे. इस पूरे मामले में पंधाना एसडीएम ने जांच के बाद किसानों की समस्या हल कराने का भरोसा दिया है.

ये आंकड़े 2018-19 सोयाबीन फसल के बीमा राशि और रकबे के हैं.

सेवा सहकारी समिति पंधाना

  • 763 किसानों ने बीमा कराया
  • 137 किसानों का बीमा क्लेम क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिल पाई
  • 1382.70 हेक्टेयर रकबे का बीमा हुआ
  • 11,06,160 प्रीमियम राशि जो किसानों से ली गई.
  • 1,14,62,216 रुपए बीमा क्लेम क्षतिपूर्ति के रूप में जारी किया गया

सेवा सहकारी समिति सैयदपुर डूल्हार

  • 700 किसानों ने बीमा कराया
  • 400 किसानों का बीमा क्लेम क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिल पाई
  • 1123.80 हेक्टेयर भूमि रकबे का बीमा हुआ
  • 8,99,040-प्रीमियम राशि, जो किसानों से ली गई
  • 37,28,208 रुपए बीमा क्लेम क्षतिपूर्ति के रूप में जारी किया गया.
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