खंडवा। जिले में शिक्षा विभाग ने आधुनिक नवाचार किया है. इसका नाम शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार रखा गया है. इसके अंतर्गत बच्चों को खेल-खेल में रोचक गतिविधियां सिखाई जाती हैं, इसमें शैक्षणिक ज्ञान से लेकर व्यवहारिक ज्ञान तक की गतिविधियां बच्चों को सिखाई जाती हैं. शिक्षकों द्वारा इस तरह की तकनीकों के माध्यम से शून्य निवेश नवाचार तैयार किया गया है. जिसमें कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है, बल्कि आम जीवन की सामान्य चीजों से यह तकनीक तैयार हो जाती है.
सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्रदर्शनी का आयोजन
बच्चों में शिक्षा के प्रति रचनात्मक परिवर्तन लाने के लिए खंडवा में इस तरह की पहल शिक्षा विभाग ने शुरु कर रही है. इस पहल के अंतर्गत सर्व शिक्षा अभियान और अरबिंदो सोसायटी की पहल से एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. जिसमें शून्य निवेश से नवाचार कार्यक्रम के तहत ऐसे नवाचारों की प्रदर्शनी लगाई गई. जिन्हें स्कूली शिक्षकों द्वारा तैयार किया गया. शिक्षकों ने शैक्षणिक गतिविधियों के रूप में जो नवाचार किए गए हैं. साथ ही टीचर लर्निंग मटेरियल के साथ स्कूलों में बच्चों को खेल- खेल में गतिविधियां सिखाई जा रही हैं. टीचर लर्निंग मटेरियल तकनीक पर आधारित यह तकनीक शिक्षकों ने ही तैयार की हैं. यह तकनीक बच्चों में शैक्षणिक विकास के साथ ही बौद्धिक और रचनात्मक विकास भी कर रही है.
बच्चे खेल- खेल में सीख रहे शैक्षणिक ज्ञान
वहीं इस पहल में मुख्य भूमिका निभा रही अरबिंदो सोयायटी के माध्यम से पूरे जिले में इस पहल के माध्यम से शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं. जिससे शून्य निवेश में ऐसी तकनीक तैयार की जाए, जिससे बच्चे खेल- खेल में शैक्षणिक ज्ञान सीख ले. इसके साथ ही उन्हें जीवन में बौद्धिक और व्यवहारिक गतिविधियां भी इसके माध्यम से सिखाई जा रही हैं.
बच्चों को दी जा रही शिक्षा
जिले के शिक्षक जगदीश चौरे ने ईटीवी भारत से चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने बच्चों को शैक्षणिक और बौद्धिक स्तर पर रोचक और आकर्षित शिक्षा देने के लिए सरल तरीके सिखाए जाते हैं. गणित के सूत्रों को खेल के माध्यम से सिखाया जा रहा हैं. शिक्षक जगदीश चौरे को उत्तरप्रदेश सरकार से राष्ट्रीय गौरव शिक्षक सम्मान और उत्तराखंड सरकार द्वारा सम्मानित किया गया है.