खंडवा। जिला सहित पूरे निमाड़ में जल्द ही खरीफ सीजन की बुआई शुरू होने वाली है. वहीं जिले में लगभग ढाई लाख हेक्टेयर का रकबा सोयाबीन का होता है, लेकिन इस बार जिले में किसानों के पास सोयाबीन के बीज बुआई के लिए नहीं हैं. क्योंकि बीज निगम पर महज 450 क्विंटल बीज ही उपलब्ध है. वहीं कृषि विभाग के उप संचालक आर एस गुप्ता ने जिले में सोयाबीन की कमी से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा जिले के सभी सोयाबीन उत्पादक किसानों को बीज उपलब्ध कराए जाएंगे.
खंडवा जिले में 2 लाख 7 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन का उत्पादन होता है और लगभग 55-65 हजार किसान इसका उत्पादन करते हैं. जहां हर बार किसानों को सोयाबीन का बीज उपलब्ध करवाने का कार्य बीज निगम और कृषि विभाग करता है, लेकिन इस बार बीज निगम के पास इतना सोयाबीन बीज उपलब्ध नहीं है. क्योंकि किसानों द्वारा लगाई फसल इस बार सड़ गई है. जिससे बीज निगम को बीज नहीं मिल पाए. हर साल बीज निगम के पास तीन से साढ़े तीन हजार क्विंटल बीज उपलब्ध रहता था, लेकिन इस बार बीज निगम के पास महज 450 क्विंटल बीज ही उपलब्ध है.
वहीं इस मामले पर कृषि विभाग के उपसंचालक आरएस गुप्ता ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि जिले में सोयाबीन की कमी नहीं है, सोयाबीन का पर्याप्त स्टॉक है. किसानों को जल्द ही सोसायटी के माध्यम से बीज उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं बीज निगम के अधिकारी अमरजीत सिंह ने बताया कि पिछले सीजन में बारिश अधिक होने से किसानों की सोयाबीन सड़ गई और उनके बीज बुआई योग्य नहीं है. इसलिए हम उनके बीज नहीं खरीद पाए हैं. इस मामले में दो अधिकारियों के अलग-अलग बयानों से विरोधाभास प्रतीत हो रहा है. ऐसे में किसानों को बीज मिलने में खासी समस्या आ ही रही है.
अब किसानों को बाजार से निजी दुकानदार से महंगे बीज खरीदना पड़ रहा है. वहीं निजी बाजार के बीज अमानक बीज होने की संभावना है. सरकारी बीज 6 हजार 650 प्रति क्विंटल बिक रहा है. वहीं जानकारी के मुताबिक सरकारी बीज की कम मात्रा में होने से बाजारों में बीज की कीमत 7 हजार प्रति क्विंटल से ज्यादा बिकने की संभावना है.