ETV Bharat / state

किसान कर्ज माफी चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के खिलाफ किसानों ने खोला मोर्चा

आदिम जाति सेवा सहकारी समिति आशापुर के खिलाफ किसानों द्वारा बीमा और फसल ऋण माफी योजना के तहत हल्ला बोल किया है.आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था.

author img

By

Published : Sep 29, 2019, 1:30 PM IST

किसान कर्ज माफी चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट

खण्डवा। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति आशापुर पर आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था. उसी के चलते सेवा सहकारी समिति के सदस्यों का भी कहना है कि उनका जो फसल ऋण माफी योजना के तहत ऋण माफ होना था उसमें कई किसान ऐसे हैं जिनका 75% ऋण माफ हुआ है तो किसी का 90% हुआ है. बैंक प्रमुख संतोष शर्मा का कहना है कि ये राशि किसानों के खातों से अपने आप ही माफ हो जाएगी.

किसान कर्ज माफी चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट

आदिम जाति सेवा सहकारी समिति आशापुर के खिलाफ किसानों द्वारा बीमा और फसल ऋण माफी योजना के तहत हल्ला बोल किया है. आशापुर सेवा सहकारी समिति में कुल 1963 सदस्य हैं. जिनमें कई किसान ऐसे हैं जिनका ऋण माफ हुआ ही नहीं. वहीं कई किसान ऐसे हैं जिनकी बीमा राशि अभी तक नहीं आई है. इस पर उनका मानना है कि संस्था समिति द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है. इस पर पहले भी एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे.

समिति प्रमुख संतोष शर्मा का कहना है कि किसान झूठा आरोप लगा रहे हैं, उन्हें सही जानकारी नहीं है. उनका कहना है कि सरकार द्वारा निर्देशित किया जाता है उसी के आधार पर वो काम करते हैं. ऋण माफी योजना और बीमा राशि पर किसी प्रकार का कोई भ्रष्टाचार नहीं किया गया है.

खण्डवा। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति आशापुर पर आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था. उसी के चलते सेवा सहकारी समिति के सदस्यों का भी कहना है कि उनका जो फसल ऋण माफी योजना के तहत ऋण माफ होना था उसमें कई किसान ऐसे हैं जिनका 75% ऋण माफ हुआ है तो किसी का 90% हुआ है. बैंक प्रमुख संतोष शर्मा का कहना है कि ये राशि किसानों के खातों से अपने आप ही माफ हो जाएगी.

किसान कर्ज माफी चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट

आदिम जाति सेवा सहकारी समिति आशापुर के खिलाफ किसानों द्वारा बीमा और फसल ऋण माफी योजना के तहत हल्ला बोल किया है. आशापुर सेवा सहकारी समिति में कुल 1963 सदस्य हैं. जिनमें कई किसान ऐसे हैं जिनका ऋण माफ हुआ ही नहीं. वहीं कई किसान ऐसे हैं जिनकी बीमा राशि अभी तक नहीं आई है. इस पर उनका मानना है कि संस्था समिति द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है. इस पर पहले भी एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे.

समिति प्रमुख संतोष शर्मा का कहना है कि किसान झूठा आरोप लगा रहे हैं, उन्हें सही जानकारी नहीं है. उनका कहना है कि सरकार द्वारा निर्देशित किया जाता है उसी के आधार पर वो काम करते हैं. ऋण माफी योजना और बीमा राशि पर किसी प्रकार का कोई भ्रष्टाचार नहीं किया गया है.

Intro:आदिम जाति सेवा सहकारी समिति आशापुर पर आरटीआई एक्टिविस्ट द्वारा करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था उसी के चलते सेवा सहकारी समिति के सदस्यों द्वारा भी कहना है कि हमारा जो फसल ऋण माफी योजना के तहत ऋण माफ होना था उसमें कई किसान ऐसे हैं जिनका 75% ऋण माफ हुआ तो किसी का 90% व कईयों के आगे हुए वह कहीं ओके कुछ भी नहीं हुए इस पर किसान दयाराम चंपालाल जिसका आधार ऋण माफ हुआ वहीं सेवक राम पिता चंपालाल का ऋण माफ नहीं हुआ वह महेश शर्मा जिसका 75% माफ हुआ नर्मदा प्रसाद बाबूलाल जिसका 70% माफ हुआ अजय शंकर का ऋण माफ हुआ इस पर सवाल उठाया किसानों द्वारा तब जाकर हमारी टीम द्वारा शाखा प्रबंधक संतोष शर्मा से बात की गई तब उन्होंने इस पर अपनी बात रखी कहा कि हमारे यहां कुल 1963 किसान सदस्य हैं जिनका फसल ऋण माफी योजना के तहत 1498000 रुपए कर्ज माफ होना था जिसमें केवल 914 लोगों का ऋण ही माफ हो पाया है यह 500 है तथा 1049 किसान सदस्य का 90000000 5619820 रुपए माफ होना शेष है इस तहत बैंक प्रमुख संतोष शर्मा का कहना है कि यह राशि किसानों के खातों से अपने आप ही माफ हो जाएगी परंतु किसान को मानना है कि सभी ऋण माफ हो वास्तव में किसान के बैंक में दो खाते होते हैं एक केसीसी दूसरा एमबीसी जिसमें केवल केसीसी का ऋण माफ हुआ है दूसरा खाते का ऋण माफ होना अभी शेष है जैसे ही माफ होगा अपने आप सरकार द्वारा माफ कर दिया जाएगा इसमें हमारा कोई हिस्सा सहभागिता नहींBody:आदिम जाति सेवा सहकारी समिति आशापुर पर किसानों द्वारा बीमा बीमा व फसल ऋण माफी योजना के तहत हल्ला बोल किया किसान आशापुर सेवा सहकारी समिति में कुल सदस्य 1963 हैं जिनका कईयों का किसान किसान ऐसे हैं जिनका ऋण माफ हुआ ही नहीं वह कई किसान ऐसे हैं जिनका बीमा राशि अभी तक नहीं आई इस पर उन्होंने किसानों द्वारा आदिम जाति सेवा सहकारी समिति आशापुर आशापुर पर सवाल उठाए हैं उनका मानना है कि संस्था समिति द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है इस पर पहले भी एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा करोड़ों रुपए का गफला व भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बताए गए हैंConclusion:आदिम जाति सेवा सहकारी समिति आशापुर में किसान अपने ऋण माफी बीमा राशि के लिए हो रहे परेशान किसानों द्वारा लगाया है आरोप सेवा सहकारी समिति पर जिसके प्रमुख व सदस्यों ने मिलकर जो ऋण माफी होना है या बीमा राशि मिलना है इस पर घपला किया गया है किसान कई किसान ऐसे हैं जिनका 75% ऋण माफ हुआ तथा कई किसान ऐसे हैं जिनका 50% ऋण माफ होगा वो का 90% और वह कहीं ओं का ऋण माफ हुआ ही नहीं है इसमें किसान दयाराम चंपालाल जिसका आधा ऋण माफ हुआ सेवकराम चंपालाल जिसका कुछ भी ऋण माफ नहीं हुआ महेश शर्मा जिसका क्षेत्र क्षेत्र माफ हुआ मोतीराम जिसका आधा माफ हुआ नर्मदा प्रसाद जिसका 70% माफ होगा जयपाल सिंह तोमर जिसका अभी माफ हुआ कि नहीं हुआ हरिशंकर का 90% ऋण माफ हुआ है इस पर सवाल उठाते हुए किसानों ने आरोप लगाया है कि संस्था द्वारा यह भेदभाव किया जा रहा है इसके चलते आज सेवा सहकारी समिति प्रमुख संतोष शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे यहां जिन किसानों का ऋण माफ होना है उनकी उनका कुल 1963 किसान सदस्य हैं कुल ऋण 145865332 जिसमे 914 किसानों का ऋण माफ हुआ 50245512 रुपये तथा 1049 किसान शेष रही राशि 95619820 वही जिन किसानी का समिति। द्वारा बीमा प्रीमियम काटती किसान सदस्यों में 557 कुल जिसमें 549 किसान की प्रीमियम 678120 काटी तथा 08 किसान सदस्य शेष जिन्हें अऋणी किसान कहते प्रीमियम राशि 14340 है यह जानकारी समिति प्रमुख संतोष शर्मा द्वारा बताई गई है उन्होंने कहा कि किसान झूठा आरोप लगा रहे हैं उन्हें सही जानकारी नहीं है और कोई इस पर जो आगे सरकार द्वारा निर्देशित किया जाता है उसी के आधार पर हम कार्य कर रहे हैं ऋण माफी योजना व बीमा राशि पर इसी प्रकार का कोई भ्रष्टाचार नहीं किया गया नहीं कोई इसमें कोई घपला किया गया जो नियमानुसार हमारे यहां आदेश आते हैं उसी पर संस्था व कर्मचारी द्वारा कार्य किया जाता है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.