खंडवा। कोठी ओंकारेश्वर स्थित साध्वी ऋतंभरा के आश्रम में नहर में नहाते समय चार बच्चियों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद आश्रम की व्यवस्था सवालों के घेरे में आ गई थी. साथ ही वार्डन पर भी बालिकाओं के परिवार ने गंभीर आरोप लगाए थे. करीब तीन माह से परिजन प्रकरण दर्ज करने की मांग का कर रहे थे. लेकिन सुनवाई नहीं हो रही थी.
जांच के बाद कार्रवाई : पीड़ित परिवार के लोगों ने कुछ दिन पहले ओंकारेश्वर पहुंचकर मांधाता थाने के सामने प्रदर्शन किया था. इसके बाद जिला प्रशासन और पुलिस हरकत में आई. मामले की जांच करते हुए वार्डन और एक कर्मचारी पर कार्रवाई करते हुए प्रकरण दर्ज किया गया. मान्धाता थाने के प्रभारी बलराम सिंह राठौर ने बताया कि जांच के बाद वार्डन और एक कर्मचारी पर गैर इरादतन हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया.
बड़ा हादसा : ओंकारेश्वर में साध्वी ऋतंभरा के आश्रम की चार बालिकाओं की नहर में डूबने से मौत
यह है मामला : 20 अप्रैल को आश्रम की 11 बच्चियां नहाने के लिए नहर में उतरीं थी. उनमें से एक बालिका का पांव फिसल गया और वह गहरे पानी में डूबने लगी. उसे नहर में डूबता देख एक बालिका नहर में कूदी. बचाने के प्रयास में वह भी डूबने लगी. उसे देखकर घाट पर नहा रहीं चार बालिकाएं भी दोनों को बचाने के लिए नहर में कूद गईं. इस तरह से एक के बाद एक 6 बालिकाएं नहर में डूबने लगी। नहर में नहाते समय डूबने चार बच्चियों प्रतिज्ञा पुत्री छमिया भिलाला (11) साल दाभड, दिव्यांशी पुत्री चेतन सोलंकी (11)साल इंद्रपुर बडवानी, अंजना पुत्री रमेश भिलाला (10 )साल सोनवाडा खरगोन तथा वैशाली पुत्री नवल भिलाला (11) साल दामखेडा की मौत हो गई थी. (Sadhvi Ritambhara ashram near Khandwa) (Case of culpable homicide registered) (Case against warden and employee)