कटनी । जिले में रेत माफिया सारे नियमों को दरकिनार कर अवैध उत्खनन कर रहे हैं. गुड़ा कला का सांघी, परसवारा, हिनौता, छिंदहाई, पिपरिया में महानदी और उमड़ार नदी पर मनमाने तरीके से रेत निकाली जा रही है. इस बार रेत खनन का आरोप विस्टा कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारियों पर लगा है. प्रतिबंध के बाद भी बड़ी मशीनों से रेत का खनन किया जा रहा है. रेत खनन से इको सिस्टम और नदियों का अस्तित्व खतरे में है.
परसवारा के ग्रामीणों ने रेत खनन के मामले में कुछ दिन पहले उग्र प्रदर्शन किया था. ग्रामीण वाहनों को रोककर गांव में चक्का जाम भी कर चुके हैं, फिर भी जिला प्रशासन ने कोई पहल नहीं की है. जिले में 49 खदान स्वीकृत हैं, जिसमें से करीब 12 खदानें चालू हैं. आलम यह है कि खसरा नंबर किसी और जगह का और रेत किसी और जगह से निकाली जा रही है. रोजाना बिना पास के कई ट्रक रेत भरकर निकल रहे हैं. जिले के अलावा जबलपुर, पन्ना, सतना, रीवा में भी रेत पहुंचाई जा रही है.
इस पूरे मामले पर माइनिंग अधिकारी संतोष सिंह बघेल का कहना है कि उन्हें रेत खनन की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन अब जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. हालांकि आए दिन ग्रामीण शिकायत करते रहे हैं और आए दिन खबर अखबारों की सुर्खियों में बनी रहती है. माइनिंग अधिकारी का यह बेतुका बयान लोगों के हलक से नहीं उतर रहा है. देखना होगा कि जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता है.