कटनी । जिले के आदिवासी विकासखंड ढीमरखेड़ा जनपद पंचायत अंतर्गत बिचुआ गांव के लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए लगाई जा रही वैक्सीन का विरोध किया है. ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा कि वे बीमार नहीं हैं और उन्हें टीका नहीं लगवाना है. उन्होंने कहा कि जब बीमार होंगे तो लगवा लेंगे. बिचुआ करीब 1200 आबादी वाला गांव है.
टीके से इनकार कर रहे ग्रामीण
ढीमरखेड़ा के ब्लॉक को-आर्डिनेटर दीपक रहंगडाले ने बताया कि गांव के लोग टीका लगवाने को तैयार नहीं हैं. ग्रामीणों का कहना है कि टीका लगवाने से बुखार आता है. हम लोग कोई भी टीका नहीं लगवाएंगे. वहां ग्रामीणों को टीका के प्रति काफी मोटीवेट किया गया लेकिन ग्रामीण टीका लगवाने को तैयार नहीं हैं. ग्रामीणों ने टीम को भी गांव आने से मना कर दिया. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कोरोना लेकर आप लोग ही आ रहे हो.
टीकाकरण टीम ने दी समझाइश
जानकारी के अनुसार टीम द्वारा ग्रामीणों से टीका लगवाने के लिए कहा जा रहा था. इसी दौरान गांव की महिलाओं सहित पुरुषों ने टीका लगवाने से इनकार कर दिया. टीकाकरण करने गई टीम द्वारा ग्रामीणों को काफी समझाइश दी गई और टीका लगवाने के फायदे भी बताए गए, लेकिन ग्रामीण नहीं मानें. ग्रामीणों द्वारा किए गए टीकाकरण के विरोध का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
महिलाओं ने भी किया टीकाकरण का विरोध
वीडियो में गांव के पुरुष और महिलाओं द्वारा कहा जा रहा है कि वे बीमार नहीं हैं और टीकाकरण नहीं कराएंगे. वीडियो में महिलाएं ये कहती नजर आ रही हैं कि टीका नहीं लगवाने के कारण उन्हें आवास योजना, शौचालय बनाए जाने के लिए मिलने वाली सरकारी मदद भी नहीं देने की बात की जा रही है. ये सरकारी मदद मिले या न मिले, उन्हें टीका नहीं लगवाना है.
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प्रतिपाल सिंह का कहना है कि उनके गांव में कोरोना नहीं है. टीकाकरण करने गई टीम की ओर इशारा करते हुए ग्रामीण कहता है कि कोराना आप लोग यहां लेकर आएंगे. उसने कहा कि जिसे भी टीका लगता है वह बिस्तर में पर जाता है. बताया जा रहा है कि गांव 10 से 12 लोगों ने वैक्सीन लगवाई भी है.