कटनी। शहर में आवागमन अवरुद्ध हो जाने के कारण क्षेत्रीय जन क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. इसके अलावा स्थानीय सरपंच आशीष तिवारी, पूर्व नगर निगम अध्यक्ष संतोष शुक्ला ने भी लोगों की समस्याओं को लेकर सांसद, कलेक्टर सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर समस्या का निराकरण कराने की मांग की है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि झलवारा से मझगवां तक ट्रेनों की निकासी हेतु रेलवे द्वारा जिस ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है, वह हकीकत में शहर के लिए ऐसी सौगात है जो हमारे शहर का नाम एशिया ही नही पूरे विश्व स्तर पर नाम करेगी. ग्रामीणों का कहना है कि जिस संस्था द्वारा ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, उसके तानाशाही रवैये ने क्षेत्र की जनता को परेशान कर रखा है.
साथ ही उन्होंने बताया कि नई कटनी से आगे 15 से 20 गांव की जनता अपने व्यवसाय, मजदूर एवं बच्चे अपनी शिक्षा प्राप्ति के उद्देश्य, स्वास्थ्य सुविधा की दृष्टि से इस मार्ग का उपयोग करते हुए नई कटनी व कटनी आते है.
ग्रामिणों का कहना है कि वह पिछले 20 वर्षों से इस मार्ग का उपयोग करते आ रहे हैं, लेकिन रेलवे निर्माण आरंभ होने से स्कूलों में आना-जाना, गांव के मजदूरों का आवागमन, व्यवसाय, नौकरी पेशा लोगों परेशानी हो रही है. इसी तरह तिलक कॉलेज मोड़ से नई कटनी होते हुए टीआरएस सेड तक आने वाले रास्ते और मार्ग के आसपास के रहवासियों का रहना मुश्किल हो गया है. भारी वाहनों, ट्रकों, कैप्सूल, ट्रैक्टर भारी मशीनरी, पानी के टैंकरों की धमाचौकड़ी से जीना दूभर हो गया है.
इन तमाम समस्याओं को लेकर स्थानीय जन क्रमिक अनशन पर बैठे हैं और उनकी मांग है कि ठेकेदार को निर्देशित करते हुए समस्या का स्थाई हल निकाला जाए. इस संबंध में पूर्व नगर निगम अध्यक्ष संतोष शुक्ला व स्थानीय सरपंच आशीष तिवारी ने भी अधिकारियों से पत्राचार कर ग्रामीणों की समस्या का स्थाई निराकरण कराए जाने की मांग भी की है.