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शिक्षक सोनेलाल विश्वकर्मा का खास अंदाज, स्कूल पहुंचते ही करते हैं साफ-सफाई, फिर लेते हैं क्लास - शिक्षक सोनेलाल विश्वकर्मा का खास अंदाज

शासकीय माध्यमिक शाला बिजौरी के प्रधानपाठक और हाईस्कूल के प्रभारी प्राचार्य सोनेलाल विश्वकर्मा स्वच्छता के लिए एक मिसाल हैं. वो स्कूल पहुंचकर खुद साफ-सफाई करते हैं, फिर बच्चों को पढ़ाते हैं.

शिक्षक सोनेलाल विश्वकर्मा का खास अंदाज
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Published : Sep 5, 2019, 12:30 PM IST

कटनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता को एक अभियान बना दिया. जिसके तहत कटनी में भी कई संगठनों और आम लोगों ने इसमें साथ दिया और करीब डेढ़ साल पहले कटनी को ओडीएफ घोषित किया गया.

वहीं बिजौरी के शासकीय माध्यमिक शाला के प्रधानपाठक स्वच्छता को लेकर मिसाल पेश कर रहे हैं. प्रधानपाठक और हाईस्कूल के प्रभारी प्राचार्य सोने लाल विश्वकर्मा हर दिन स्कूल में पहुंचते ही हाथों में झाड़ू, वॉशिंग पाउडर, टॉयलेट क्लीनर थाम लेते हैं और सबसे पहले बच्चे जहां शौच और निस्तार करते हैं, वहां पर जाकर सफाई करते हैं.

शिक्षक सोनेलाल स्वच्छता के लिए किसी मिसाल से कम नहीं हैं. शासकीय माध्यमिक शाला के ये प्राचार्य रोज स्कूल पहुंचकर पहले खुद साफ-सफाई करते हैं, फिर बच्चों को पढ़ाते हैं.

शिक्षक सोनेलाल विश्वकर्मा का खास अंदाज
अपने शिक्षक की ये पहल देखकर बच्चे भी अपने आप को नहीं रोक पाते और खुद भी परिसर की सफाई में उनका हाथ बंटाते हैं. स्कूल के बच्चे और अभिभावक शिक्षक की पहल को सलाम कर रहे हैं. माध्यमिक शाला बिजौरी के प्रधानपाठक सोनेलाल विश्वकर्मा विलायतकला के निवासी हैं और स्कूल में 21 साल से पदस्थ हैं.

माध्यमिक शाला की कमान संभालने के साथ ही 4 साल से हाईस्कूल की बागडोर भी इन्हीं के हाथों में है. शिक्षक ने कहा कि बचपन से ही स्कूल के प्रति लगाव है. उन्होंने कहा कि मां बहुत पहले मुझे इस दुनिया में छोड़कर चली गई थीं. वे उस समय कक्षा आठवीं में पढ़ते थे. उनका कहना है कि शिक्षक बनने के बाद कुछ अलग कर गुजरने के साथ वो आगे बढ़ रहे हैं.

कटनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता को एक अभियान बना दिया. जिसके तहत कटनी में भी कई संगठनों और आम लोगों ने इसमें साथ दिया और करीब डेढ़ साल पहले कटनी को ओडीएफ घोषित किया गया.

वहीं बिजौरी के शासकीय माध्यमिक शाला के प्रधानपाठक स्वच्छता को लेकर मिसाल पेश कर रहे हैं. प्रधानपाठक और हाईस्कूल के प्रभारी प्राचार्य सोने लाल विश्वकर्मा हर दिन स्कूल में पहुंचते ही हाथों में झाड़ू, वॉशिंग पाउडर, टॉयलेट क्लीनर थाम लेते हैं और सबसे पहले बच्चे जहां शौच और निस्तार करते हैं, वहां पर जाकर सफाई करते हैं.

शिक्षक सोनेलाल स्वच्छता के लिए किसी मिसाल से कम नहीं हैं. शासकीय माध्यमिक शाला के ये प्राचार्य रोज स्कूल पहुंचकर पहले खुद साफ-सफाई करते हैं, फिर बच्चों को पढ़ाते हैं.

शिक्षक सोनेलाल विश्वकर्मा का खास अंदाज
अपने शिक्षक की ये पहल देखकर बच्चे भी अपने आप को नहीं रोक पाते और खुद भी परिसर की सफाई में उनका हाथ बंटाते हैं. स्कूल के बच्चे और अभिभावक शिक्षक की पहल को सलाम कर रहे हैं. माध्यमिक शाला बिजौरी के प्रधानपाठक सोनेलाल विश्वकर्मा विलायतकला के निवासी हैं और स्कूल में 21 साल से पदस्थ हैं.

माध्यमिक शाला की कमान संभालने के साथ ही 4 साल से हाईस्कूल की बागडोर भी इन्हीं के हाथों में है. शिक्षक ने कहा कि बचपन से ही स्कूल के प्रति लगाव है. उन्होंने कहा कि मां बहुत पहले मुझे इस दुनिया में छोड़कर चली गई थीं. वे उस समय कक्षा आठवीं में पढ़ते थे. उनका कहना है कि शिक्षक बनने के बाद कुछ अलग कर गुजरने के साथ वो आगे बढ़ रहे हैं.

Intro:कटनी - स्वच्छता को लेकर प्रधानमंत्री ने एक जनांदोलन का दिए है। जिस को लेकर पूरे भारत देश मे कई संगठन सहित जागरूक नागरिकों ने भी साफ़ सफाई का बीड़ा लेकर चलते दिखाई दे रहे है । इसी कड़ी में कटनी जिला डेढ़ साल पहले ओडीएफ हो चुका है, लेकिन सफाई की निरंतरता बनी रहे इसके लिए नित नए प्रयास शासन-प्रशासन द्वारा किये जा रहे है। सफाई को लेकर एक स्कूल, कॉलेज, संस्थानों में पहल भी हो रही है।

Body:वीओ - इन सबके बीच स्वच्छता की एक अजब-गजब वानगी सामने आई है। एक स्कूल के मास्साब जो स्वच्छता के लिए किसी मिसाल से कम नहीं है। हम बात कर रहे हैं शासकीय माध्यमिक शाला बिजौरी के प्रधानपाठक और हाइस्कूल के प्रभारी प्रचार्य सोने लाल विश्वकर्मा की।
सोने लाल विश्वकर्मा प्राचार्य होते हुए भी प्रतिदिन स्कूल में पहुंचते ही हाथों में झाड़ू, वॉशिंग पाउडर, टॉयलेट क्लीनर को हाथ में थामते हैं और सबसे पहले बच्चे जहां शौच व निस्तार करते हैं वहां पर जाकर सफाई करते हैं। स्कूल के मास्साब की यह पहल देखकर बच्चे भी अपने आप को नहीं रोक पाते और खुद भी परिसर की सफाई में उनका हाथ बटाने जुट जाते हैं। स्कूल के बच्चे व अभिभावक शिक्षक की पहल को सलाम कर रहे हैं ।Conclusion:फाईनल - आप को बता दे कि माध्यमिक शाला बिजौरी के प्रधानपाठक सोनेलाल विश्वकर्मा निवासी विलायतकला स्कूल में 21 साल से पदस्थ हैं। माध्यमिक शाला की कमान संभालने के साथ ही चार साल से हाइ स्कूल की बागडोर भी इन्हीं के हाथों में है। शिक्षक ने कहा कि बचपन से ही स्कूल के प्रति लगाव है। उन्होंने कहा कि मां बहुत पहले मुझे इस दुनिया में छोड़कर चलीं गई थीं। वे उस समय कक्षा आठवीं में पढ़ता था। शिक्षा के दौर से ही स्कूलों से लगाव बढ़ा, उसके बाद शिक्षक बनने के बाद कुछ अलग कर गुजरने के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

 
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