कटनी। मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को मंगलवार सुबह गिरफ्तार करने के बाद पन्ना की पवई तहसील के अपर सत्र न्यायालय में पेश किया गया था. जहां कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी. उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रखने का फैसला सुनाया है. कोर्ट से बाहर निकलते वक्त राजा पटेरिया ने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा कि, "मैं तो विचारधारा की लड़ाई लड़ रहा हूं, मैनें ऐसी कोई बात नहीं कही जिसपर इतना बवाल किया जाए. कोर्ट से निकलने के दौरान उनके समर्थकों ने खूब हंगामा किया.
पटेरिया ने खुद को बताया गांधीवादी नेता: राज पटेरिया के वकील बघेल का कहना है कि, कोर्ट में जमानत आवेदन को निरस्त कर दिया है. अभी उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में लिया गया है. कोर्ट से बाहर निकलते हुए पटेरिया ने मीडिया के सवालों जवाब देते हुए कहा कि, "मैं तो विचारधारा की लड़ाई लड़ रहा हूं. देश में संविधान रहे, न्याय रहे. मुझे जमानत नहीं मिली इसकी कोई तकलीफ नहीं है. मैंने कहीं भी कोई ऐसी बात नहीं जैसा दिखाया जा रहा. मैं गांधी का अनुयाई हूं, गांधी की विचारधारा मानता हूं. मैंने वह शब्द बोले ही नहीं है, जो दिखाए जा रहे हैं."
कोर्ट में पेश हुए राजा पटेरिया, MP गृहमंत्री बोले- और बढ़ीं धाराएं
राजा पटेरिया का बयान: सोमवार को कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद से राजनीति में हलचल तेज हो गई है. वे वीडियो में कहते हैं, 'प्रधानमंत्री मोदी जाति, धर्म और भाषा के आधार पर लोगों को बांट देंगे, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का जीवन खतरे में है, इसलिए संविधान बचाना है तो मोदी की हत्या के लिए तैयार रहो'. विवादित बयान पर बवाल बढ़ता देखा तो उन्होंने एक और वीडियो जारी कर सफाई भी दी थी कि, वह गांधीवादी नेता हैं, और गांधीवादी किसी की हत्या की बात तो कर ही नहीं सकते हैं.लेकिन फिलहाल पूरे मामले में उनकी यह सफाई किसी काम नहीं आती दिखाई दी.