कटनी। पिछले दो दिनों से जिले के आसमान में बादलों का डेरा है और बूंदाबांदी का दौर जारी है. ऐसे में समर्थन मूल्य केंद्रों में खरीदी गई धान और किसानों की धान को बचाने की परेशानी बढ़ी हुई है. कई केंद्रों में पिछले 3 दिनों से खरीदी बंद है, जिसके चलते किसानों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई है. कारण यह कि केंद्रों में बारदाना उपलब्ध नहीं है या भेजे गए बारदाना में निर्धारित मात्रा में धान नहीं आ पा रही है. जिसके चलते हैं उनका उपयोग नहीं हो पा रहा है. दूसरी ओर खरीदी बंद होने के कारण किसान उपज लेकर केंद्रों में ही हैं.
मंगलवार की जहां सुबह से ही बादलों के साथ बूंदाबांदी का दौर जारी रहा तो केंद्रों में किसान अपनी उपज को बचाने के लिए तिरपाल आदि ढंकते नजर आए. जिले की रीठी तहसील अंतर्गत गांव ओपन कैप में रीठी, हरद्वारा, देवगांव समिति के समर्थन मूल्य केंद्र बनाए गए हैं. यहां पर उपलब्ध कराए गए बारदाने छोटे होने के कारण उपयोग में नहीं आ रहे हैं और पिछले तीन दिनों से बारदाना ना होने के कारण खरीदी बंद पड़ी है.
किसानों ने बताया कि केंद्र संचालक द्वारा पंचनामा तैयार करके विभाग को भेजा गया है, लेकिन देर शाम तक बारदाना केंद्रों तक नहीं पहुंचा, दूसरी ओर कार्यालय को सूचना दी गई है और देर शाम तक बारदाना पहुंचने का आश्वासन अधिकारियों ने दिया है. जिले में 102 समर्थन मूल केंद्र बनाए गए हैं जिसमें अभी तक 2 लाख 43 हजार मेट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है. लगभग 33 हजार किसानों से खरीदी गई धान में से दो लाख 10 हजार मैट्रिक टन का परिवहन किया जा चुका है और लगभग 33 हजार मैट्रिक टन धान अभी भी केंद्रों में रखी हुई है.