कटनी। मॉडल मंडी एक्ट के विरोध में कृषि उपज मंडी पहरुआ कार्यालय में संयुक्त संघर्ष मोर्चा मध्य प्रदेश मंडी बोर्ड के आह्वान पर सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने काले कपड़े पहनकर और काली पट्टी बांधकर काला दिवस मनाया. विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की और मांगें पूरी करने की बात कही.
इस दौरान मंडी सचिव पीयूष शर्मा ने कहा कि मॉडल मंडी एक्ट से प्राइवेट मंडियों के केंद्रों में अधिक कीमत देने का लालच देकर किसानों को बुलाया जाएगा. लेकिन अनाज की गुणवत्ता में कमी निकाल कर किसानों को ठग लिया जाएगा. प्राइवेट मंडियों में अनाज की गारंटी नहीं होगी और ना ही सही तौल की जाएगी.
प्राइवेट मंडियों में इलेक्ट्रॉनिक मशीनों के प्रयोग से प्रदेश के लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे. लाखों लोगों की रोजी-रोटी को मशीन मालिक अकेले खा जाएगा. लाखोंं ट्रेडर्स व्यापारियों का कार्य खत्म हो जाएगा. बड़ी कंपनियां छोटे व्यापारियों की कंपनी को निगल जाएंगी.
बेरोजगार युवाओं के लिए सरकारी नौकरी के अवसर कम हो जाएंगे, तो सरकार नियुक्तियां भी नहीं कर सकेगी. मंडी बोर्ड समितियों में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के साथ उनके परिजनों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा. मंडी में 80 अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा.