कटनी। बड़वारा में लखनऊ से पैदल चलकर छत्तीसगढ़ जा रहे मजदूरों से पुलिस कर्मियों द्वारा पैसे मांगने का मामला सामने आया है. मजदूरों का आरोप है कि जब उन्होंने पुलिस से मदद मांगी तो उनसे रिश्वत मांगी गई. लखनऊ से छत्तीसगढ़ जा रहे मजदूरों की टोली जब सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करके किसी तरह कटनी नाका बाईपास पहुंची, जहां चेकपोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों से मजदूरों ने घर जाने के लिए मदद मांगी, तो पुलिस जवानों ने उनसे मदद की एवज में पैसे की मांग की.
प्रति व्यक्ति पांच सौ रुपए की मांग
सफर कर रहे मजदूरों ने आरोप लगाते हुए बताया कि, लखनऊ से मध्यप्रदेश के कई जिलों में पुलिस कर्मियों ने हमारी हर सम्भव मदद की है, लेकिन रविवार शाम जब वे कटनी नाका बाईपास पहुंचे, जहां पर तैनात पुलिसकर्मियों से साधन की व्यवस्था करने की मदद मांगी, तो पुलिसकर्मी प्रति व्यक्ति से पांच सौ रुपए की मांग करने लगे. रुपए नहीं होने के कारण मासूम बच्चों को लेकर पैदल ही 40 किलोमीटर चल कर विलायतकलां तक पहुंचे है. पुलिस ने इन सभी मजदूरों को विलायतकलां चेकपोस्ट पर खाना खिलाया और फिर ट्रक में बैठा कर छत्तीसगढ़ के लिए रवाना किया.
इन दिनों पूरे भारत में कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि लगातार बढ़ाई जा रही है. देश के अलग- अलग कोने से मजदूरों के पलायन की तस्वीरे सामने आ रही हैं. लोग किसी भी हालात में अपने गांव अपने घर पहुंचना चाहते हैं, चाहे पैदल ही क्यों न सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करना पड़े. पूरे भारत में मजदूर सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल, भूखे, प्यासे, मासूम बच्चों को लेकर तय कर रहे हैं. अब ऐसे में कई समाजसेवी संगठन, राजनीतिक लोग और प्रशासनिक अमला इन मजदूरों की अपने-अपने स्तर में मदद कर रहे हैं.