कटनी। नौतपा के बाद अब प्री-मानसून की आहट हो चुकी है. मंगलवार सुबह 4 बजे हुई बारिश किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गई, उपज क्रय केंद्रों पर रखा अनाज बरिश के पानी में भींग गया. खुले आसमान के नीचे पड़े चने और सरसों की उपज बारिश के पानी में भींगकर बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई.
किसान घनश्याम लोधी ने बताया कि, उनकी उपज 10 दिन से खरीदी केंद्र पर पड़ी है, जिसकी तौल नहीं हुई और आखिरकार बारिश के पानी में भींगकर बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है. सरकारी उपज क्रय केंद्रों किसानों के साथ हो रही ज्यादती के परेशान होकर अन्नदाता कम कीमत पर प्रायवेट मंडियों में अपना अनाज बेचने को मजबूर हैं.
इस पूरे मामले पर जब खरीदी केंद्र के प्रभारी धनीराम पांडे से बात की गई, तो उन्होंने किसानों के आरोपों को दरकिनार करते हुए कहा की, किसानों के अनाज की तौल हो रही है और जो भी किसान आरोप लगा रहे हैं, वो निराधार हैं. जब सवाल किया कि, खुले आसमान के नीचे अनाज रखे होने से गीला हुआ है तो खरीदी प्रभारी आवेस में आकर बोले कि, हमारे पास कोई तिरपाल व सुविधा नहीं है, इसके लिए किसान स्वयं जिम्मेदार हैं.