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बारिश के पानी में भींगा खरीदी केंद्रों पर रखा हजारों क्विंटल अनाज, किसान होते रहे परेशान - कृषि उपज मंडी परिषद

कटनी जिले में आज सुबह हुई बारिश किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गई, उपज क्रय केंद्रों पर रखा अनाज बरिश के पानी में भींग गया. इस दौरान किसान परेशान होते रहे.

Mustard and gram soaked in rain
सरसों और चना बारिश में भीगा
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Published : Jun 2, 2020, 5:30 PM IST

Updated : Jun 2, 2020, 6:14 PM IST

कटनी। नौतपा के बाद अब प्री-मानसून की आहट हो चुकी है. मंगलवार सुबह 4 बजे हुई बारिश किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गई, उपज क्रय केंद्रों पर रखा अनाज बरिश के पानी में भींग गया. खुले आसमान के नीचे पड़े चने और सरसों की उपज बारिश के पानी में भींगकर बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई.

बारिश के पानी में भींगा किसानों का अनाज
किसानों ने बताया कि, खरीदी प्रभारी द्वारा कहीं बारदाने की कमी, तो कहीं अनाज गीला होने का हवाला देकर तौल नहीं की जा रही है. जबकि खुले आसमान के नीचे सरसों और चना 8 से 10 दिन से पड़ा हुआ है, जो आज सुबह 4 बजे हुई बारिश में गीला हो गया है. किसानों ने ये भी आरोप लगाया है कि, खरीदी केंद्र प्रभारी ठेकेदारों के अनाज को घूस लेकर तुरंत खरीद लेते हैं और अन्नादाता का अनाज यूं ही रखा रह जाता है. किसान लगातार 8 से 10 दिन से परेशान हो रहे हैं. किसान शहर से 40 से 50 किलोमीटर दूर से रोजाना आते हैं.

किसान घनश्याम लोधी ने बताया कि, उनकी उपज 10 दिन से खरीदी केंद्र पर पड़ी है, जिसकी तौल नहीं हुई और आखिरकार बारिश के पानी में भींगकर बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है. सरकारी उपज क्रय केंद्रों किसानों के साथ हो रही ज्यादती के परेशान होकर अन्नदाता कम कीमत पर प्रायवेट मंडियों में अपना अनाज बेचने को मजबूर हैं.

इस पूरे मामले पर जब खरीदी केंद्र के प्रभारी धनीराम पांडे से बात की गई, तो उन्होंने किसानों के आरोपों को दरकिनार करते हुए कहा की, किसानों के अनाज की तौल हो रही है और जो भी किसान आरोप लगा रहे हैं, वो निराधार हैं. जब सवाल किया कि, खुले आसमान के नीचे अनाज रखे होने से गीला हुआ है तो खरीदी प्रभारी आवेस में आकर बोले कि, हमारे पास कोई तिरपाल व सुविधा नहीं है, इसके लिए किसान स्वयं जिम्मेदार हैं.

कटनी। नौतपा के बाद अब प्री-मानसून की आहट हो चुकी है. मंगलवार सुबह 4 बजे हुई बारिश किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन गई, उपज क्रय केंद्रों पर रखा अनाज बरिश के पानी में भींग गया. खुले आसमान के नीचे पड़े चने और सरसों की उपज बारिश के पानी में भींगकर बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई.

बारिश के पानी में भींगा किसानों का अनाज
किसानों ने बताया कि, खरीदी प्रभारी द्वारा कहीं बारदाने की कमी, तो कहीं अनाज गीला होने का हवाला देकर तौल नहीं की जा रही है. जबकि खुले आसमान के नीचे सरसों और चना 8 से 10 दिन से पड़ा हुआ है, जो आज सुबह 4 बजे हुई बारिश में गीला हो गया है. किसानों ने ये भी आरोप लगाया है कि, खरीदी केंद्र प्रभारी ठेकेदारों के अनाज को घूस लेकर तुरंत खरीद लेते हैं और अन्नादाता का अनाज यूं ही रखा रह जाता है. किसान लगातार 8 से 10 दिन से परेशान हो रहे हैं. किसान शहर से 40 से 50 किलोमीटर दूर से रोजाना आते हैं.

किसान घनश्याम लोधी ने बताया कि, उनकी उपज 10 दिन से खरीदी केंद्र पर पड़ी है, जिसकी तौल नहीं हुई और आखिरकार बारिश के पानी में भींगकर बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है. सरकारी उपज क्रय केंद्रों किसानों के साथ हो रही ज्यादती के परेशान होकर अन्नदाता कम कीमत पर प्रायवेट मंडियों में अपना अनाज बेचने को मजबूर हैं.

इस पूरे मामले पर जब खरीदी केंद्र के प्रभारी धनीराम पांडे से बात की गई, तो उन्होंने किसानों के आरोपों को दरकिनार करते हुए कहा की, किसानों के अनाज की तौल हो रही है और जो भी किसान आरोप लगा रहे हैं, वो निराधार हैं. जब सवाल किया कि, खुले आसमान के नीचे अनाज रखे होने से गीला हुआ है तो खरीदी प्रभारी आवेस में आकर बोले कि, हमारे पास कोई तिरपाल व सुविधा नहीं है, इसके लिए किसान स्वयं जिम्मेदार हैं.

Last Updated : Jun 2, 2020, 6:14 PM IST
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