कटनी। कोरोना संक्रमण काल के चलते सभी तरह के व्यापार घाटे में चल रहे हैं. ऐसा ही असर शहर के मुख्य रेलवे स्टेशन के आसपास संचालित होने वाली होटल, रेस्टोरेंट और अन्य दुकानों में भी देखने को मिल रहा है. मार्च माह से लॉकडाउन के चलते जहां ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था, तो स्टेशन परिसर के पास रोजाना लगने वाली भीड़ पर भी विराम लग गया था. अब अनलॉक की स्थिति में रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें चलाकर परिचालन तो प्रारंभ कर दिया है, लेकिन उससे उतरने वाले यात्री स्टेशन के बाहर संचालित होने वाले रेस्टोरेंट और दुकानों में कोरोना वायरस के चलते नहीं पहुंच रहे हैं.
स्टेशन रोड स्थित होटल मालिकों का कहना है कि रोजाना सुबह से लेकर देर रात तक मुख्य स्टेशन के बाहर सैकड़ों की संख्या में यात्री आते थे और उनकी दुकानों में रौनक बनी रहती थी. वर्तमान में स्थिति ये है कि अधिकांश लोगों ने ग्राहकी कम होने के चलते जहां अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को कम कर दिया है, तो बहुत सारे लोगों ने अपने व्यवसाय ही बदल दिए हैं. अन्य दुकानदार बताते हैं कि इस कोरोना वायरस ने रेलवे स्टेशन के बाहर लगने वाली सभी दुकानदारों को सड़क पर ला खड़ा किया है. ना तो किसी से अपनी बात बता सकते हैं ना ही कुछ कर सकते हैं, अब तो भगवान ही मालिक है.
दुकान संचालकों ने बताया कि पिछले 5 से 6 माह से स्थिति ये है कि खुद का खर्च निकाल पाना बड़ा कठिन हो रहा है. ऐसे में दुकानों का किराया निकालना मुश्किल है. स्थिति ये है कि होटल संचालकों में से अधिकांश लोगों ने व्यवसाय ही बदल दिया हैं. कोई फल की तो कोई स्टेशनरी दुकान लगा रहे हैं, तो कोई अन्य तरह का व्यवसाय कर रहे हैं, जिससे वह अपनी दुकान का किराया निकाल सकें. व्यापारियों का कहना है कि संक्रमण के चलते जेब से दुकानों का किराया भरना पड़ रहा है.