कटनी। जिले के श्मशान घाट में मुर्दे की अस्थियां अदला-बदली हो जाने का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दाह संस्कार के तीसरे दिन परिजन जब अस्थियां उठाने शमशान घाट पहुंचे तो उस जगह पर अस्थियां नदारद पाकर आवाक रह गए. पता चला कि उनके परिजन की अस्थियां कोई और अपने परिजन की अस्थियां समझकर ले जा चुका था. अस्थियों की अदला बदली का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया.
अस्थियों की हुई अदला बदली: दरअसल कटनी के गायत्री नगर में रहने वाले यादव परिवार में राजू यादव नामक व्यक्ति की 25 तारीख को मृत्यु हो गई थी. जिनका दाह संस्कार परिजनों ने नदीपार स्थित शमशान घाट मुक्तिधाम में किया गया था. मुक्तिघाम में दाह संस्कार के लिए अलग-अलग खंड बनाए गए हैं. राजू यादव की चिता तीन नंबर खंड में जलाई गई थी.
मुक्तिधाम में अस्थियों की अदला-बदली! गुस्साए परिजनों ने किया हंगामा
अस्थियों को वापस बुलाया गया: परिजनों के द्वारा राजू यादव की अस्थियां एकत्रित की जानी थी, जिसके लिए परिजन मुक्तिधाम पहुंचे थे. लेकिन उस जगह पर अस्थियां न मिलने से परिजन भौचक्के रह गए. पतासाजी करने पर मालूम पड़ा कि दो नंबर वाले खंड में जिनका दाह संस्कार किया गया था, उनकी अस्थियां अभी भी रखी हैं, उनके परिजन धोखे से तीन नंबर खंड की अस्थियां उठाकर जबलपुर नर्मदा जी में विसर्जन करने ले गए हैं. यादव परिवार के लोगों ने किसी तरह उनसे संपर्क कर उन्हें जानकारी दी. बताया जाता है कि अस्थियां अभी नर्मदा जी में विसर्जन नहीं हो पाई थी, जिसके बाद अब अस्थियों को वापस बुलाया गया है.
इंदौर से सामने आया था ऐसा मामला: बता दें कि कुछ महीने पहले इंदौर में भी अस्थियों की अदला-बदली का मामला सामने आया था. राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के स्थित रीजनल पार्क मुक्तिधाम में कर्मचारियों की लापरवाही के कारण अस्थियों की अदला-बदली हो गई थी. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने मुक्तिधाम पर जमकर हंगामा किया था. मुक्तिधाम के कर्ताधर्ताभी श्मशान पहुंच गए थे और इसे मानवीय भूल बताते हुए खेद जताया था.