कटनी। विजय राघवगढ़ तहसील क्षेत्र के घुनौर एवं रजरवारा गांव में फाइलेरिया की दवा खाकर 20 बच्चे बीमार पड़ गए जिन्हें आनन-फानन में परिजन विजयराघवगढ़ सामुदायिक स्वास्थ के लेकर पहुंचे, जहां से 3 बच्चों की हालत गंभीर होता देख डॉक्टरों ने कटनी जिला चिकित्सालय रेफर किया है जहां उनका उपचार जारी है. बाकी बच्चों का इलाज विजयराघवगढ़ अस्पताल में ही जारी है. मध्य प्रदेश के कटनी जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस समय लोगों को फाइलेरिया की दवा वितरित की जा रही है. घुनौर एवं रजरवारा गांव में भी फाइलेरिया की दवा स्कूली बच्चों को खिलाई गई थी.
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एक-एक कर हुए कई बीमार: जानकारी के अनुसार 13 वर्षीय छात्रा को सरकारी स्कूल में फाइलेरिया की दवा खाने के बाद घर में शाम को उल्टी दस्त होने पर परिजन विजयराघवगढ़ अस्पताल लेकर गए जहां से देर रात्रि डॉक्टर ने कटनी रेफर कर दिया. इसी तरह भमौरी, रजरवारा गांव के करीब 20 बच्चों को उल्टी दस्त ,तबीयत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती किया गया है. विशेषज्ञों के अनुसार फाइलेरिया की दवा बहुत गर्म होती है इसीलिए इसे ठंड के मौसम में बांटा जाता है.
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डॉक्टर ने बताया मामूली: सीएमएचओ डॉ. प्रदीप मुड़िया ने बताया कि 10 तारीख से पूरे देश में एमडीए अभियान लांच हुआ है इसी के क्रम में कटनी जिले में भी लांच हुआ है, शनिवार को न्यूज मिली थी कि लगभग 20 को उल्टी दस्त हो रहा था जिन्हें एहतियात के तौर पर विजयराघवगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन बच्चों ने 10 तारीख को गोली का सेवन किया था. अमूमन 24 घंटे के बाद इस तरह के सिम्टम्स को लेकर वहां भर्ती किया गया था. एमडीए की दवा पूरी तरह सेव है कभी-कभी जरूर उल्टी आना इस तरह की मामूली बात है बहरहाल अभी सभी बच्चे खतरे के बाहर हैं और स्वस्थ हैं.