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कटनी: धड़ल्ले से चल रहा है अवैध खनन का खेल, प्रशासन ने मूंदी आंखें - बिजरावगढ़ क्षेत्र में रेत माफिया

कटनी जिले के बिजरावगढ़ क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर रेत माफियाओं के द्वारा अवैध रेत खनन किया जा रहा है. हैरानी की बात तो ये है कि रेत से भरे वाहन कई थानों और पुलिस चौकियों के सामने से गुजरते है बावजूद इसके पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है.

नियमों को ताक पर रखकर हो रहा अवैध रेत खनन
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Published : Sep 27, 2019, 9:38 PM IST

कटनी। जिले के बिजरावगढ़ क्षेत्र में रेत माफिया नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए धड़ल्ले से अवैध रेत खनन कर रहे हैं. जेसीबी मशीन से सैकड़ों डंपर रेत निकाली जा रही है. खास बात ये है, कि प्रशासन को इसकी जानकारी होते हुए रेत माफियाओं पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है. लिहाजा रेत माफिया बेखौफ होकर अवैध रेत खनन करने में जुटे हुए हैं.

नियमों को ताक पर रखकर हो रहा अवैध रेत खनन

हालांकि जिला कलेक्टर का कहना है कि अवैध रेत खनन को रोकने के लिए एक संयुक्त टीम बनाई गई है, जो लगातार वाहनों को राजसात कर कार्रवाई कर रही है और रिकवरी का कार्य भी कर रही है.

वहीं माइनिंग अधिकारी संतोष सिंह बघेल का कहना है कि करोड़ों का अवैध रेत जब्त कर जुर्माना लगाया गया है, लेकिन रिकवरी नहीं हो पाई साथ ही किसी भी वाहनों को राजसात नहीं किया गया है. लिहाजा दोनों अधिकारियों के बयान में विरोधाभास है. अब ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है, कि अवैध रेत खनन पर प्रशासन कितना सख्त है.

जानकारी के मुताबिक, रेत माफिया डंपर और ट्रैक्टर में रेत भरकर बाहर भेज रहे हैं, वहीं ऐसा नजारा छिंदहाई पिपरिया गांव के पास और बरही मार्ग पर रोजाना देखने को मिलता है. हैरानी की बात ये है कि रेत से भरे ट्रैक्टर, डंपर कई थानों और चौकियों के सामने से निकलते हैं, लेकिन पुलिस और खनिज विभाग मूक दर्शक बना रहता है.

बताया जा रहा है कि बरही के अलावा दूसरी जगह से भी रेत निकालने का काम तेजी से चल रहा है. रेत माफिया रात 11बजे से तकरीबन सुबह चार बजे तक रेत उत्खनन करते हैं, लेकिन कलेक्टर और माइनिंग विभाग अवैध रेत उत्खनन और भंडारण परिवहन के मामले से साफ इनकार कर रहा है.

कटनी। जिले के बिजरावगढ़ क्षेत्र में रेत माफिया नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए धड़ल्ले से अवैध रेत खनन कर रहे हैं. जेसीबी मशीन से सैकड़ों डंपर रेत निकाली जा रही है. खास बात ये है, कि प्रशासन को इसकी जानकारी होते हुए रेत माफियाओं पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है. लिहाजा रेत माफिया बेखौफ होकर अवैध रेत खनन करने में जुटे हुए हैं.

नियमों को ताक पर रखकर हो रहा अवैध रेत खनन

हालांकि जिला कलेक्टर का कहना है कि अवैध रेत खनन को रोकने के लिए एक संयुक्त टीम बनाई गई है, जो लगातार वाहनों को राजसात कर कार्रवाई कर रही है और रिकवरी का कार्य भी कर रही है.

वहीं माइनिंग अधिकारी संतोष सिंह बघेल का कहना है कि करोड़ों का अवैध रेत जब्त कर जुर्माना लगाया गया है, लेकिन रिकवरी नहीं हो पाई साथ ही किसी भी वाहनों को राजसात नहीं किया गया है. लिहाजा दोनों अधिकारियों के बयान में विरोधाभास है. अब ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है, कि अवैध रेत खनन पर प्रशासन कितना सख्त है.

जानकारी के मुताबिक, रेत माफिया डंपर और ट्रैक्टर में रेत भरकर बाहर भेज रहे हैं, वहीं ऐसा नजारा छिंदहाई पिपरिया गांव के पास और बरही मार्ग पर रोजाना देखने को मिलता है. हैरानी की बात ये है कि रेत से भरे ट्रैक्टर, डंपर कई थानों और चौकियों के सामने से निकलते हैं, लेकिन पुलिस और खनिज विभाग मूक दर्शक बना रहता है.

बताया जा रहा है कि बरही के अलावा दूसरी जगह से भी रेत निकालने का काम तेजी से चल रहा है. रेत माफिया रात 11बजे से तकरीबन सुबह चार बजे तक रेत उत्खनन करते हैं, लेकिन कलेक्टर और माइनिंग विभाग अवैध रेत उत्खनन और भंडारण परिवहन के मामले से साफ इनकार कर रहा है.

Intro:कटनी । रेत माफिया पर्यावरण व खनिज नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बरही बड़वारा सहित बिजरावगढ़ क्षेत्र में अवैध रेत खनन कर रहे हैं । जेसीबी मशीन से नदियों का सीना चीर कर सैकड़ों डंपर रेत निकाली जा रही है । और प्रशासन को इसकी जानकारी है लेकिन इक्का-दुक्का वाहनों में कार्यवाही कर अपनी वाहवाही लूट रहे हैं । उधर जिले के मुखिया का कहना है कि अवैध रेत खनन को रोकने के लिए एक संयुक्त टीम बनाई गई है जो लगातार कार्यवाही कर रही है । और वही रिकवरी भी की जा रही है साथ ही वाहनों को राजसात कर कारवाही भी हुई है । लेकिन वही माइनिंग अधिकारी संतोष सिंह बघेल कह रहे हैं कि करोड़ों का अवैध रेत जप्त कर जुर्माना लगाया गया है ।लेकिन रिकवरी नहीं हो पाई साथ ही कोई भी वाहनों को राजसात नहीं किया गया है । इन दोनों अधिकारियों के बयानों को सुनने के बाद आप खुद ही समझ सकते हैं कि कटनी जिले में क्या चल रहा है ।


Body:वीओ - सूत्रों के अनुसार रेत माफिया जेसीबी से डंपर और ट्रैक्टर में रेत भरकर बाहर भेज रहे हैं । ऐसा नजारा ग्राम छिंदहाई पिपरिया के समीप खेतों और बरही वाले मार्ग पर रोजाना देखने को मिलता है । साथ ही यहां जेसीबी मशीन से महानदी और हर पल नदी में देर रात खुदाई की जाती है । जेसीबी मशीन पहले वहां जगह-जगह रेत के ढेर लगा देती है । उसके बाद उसे ट्रैक्टर में भरकर भेज दिया जाता है । खास बात यह है कि यह ट्रैक्टर डंपर कई थानों व चौकियों के सामने से निकलते हैं लेकिन पुलिस व खनिज विभाग को यह गाड़ियां दिखाई नहीं देती हैं ।
बताया जा रहा है कि बरही के अलावा दूसरी जगह से भी रेत निकालने का काम तेजी से चल रहा है । रेत माफिया रात 11:00 बजे से सुबह 4,5 बजे तक रेत उत्खनन करते हैं । कभी-कभी सुबह 8:00 से 9:00 बजे तक खनन का सिलसिला चलता रहता है । लेकिन कलेक्टर और माइनिंग विभाग अवैध रेत उत्खनन व भंडारण परिवहन के मामले से साफ इनकार कर रहे हैं ।और कह रहे हैं कि संयुक्त टीम बनाई गई है। जो निरंतर कार्यवाही में लगी हुई है । यदि कोई व्यक्ति अवैध रेत निकालते हुए पकड़ा गया तो उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी ।


Conclusion:फाईनल - मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद भी हालात यू कहते हैं । जैसे चुनाव में बड़े बड़े वादे के ऐलान हुए उसको लेकर लोगों की उम्मीदें भी खूब थी क्या बदलाव आया है , कितने काम नए शुरू हुए हैं भ्रष्टाचार पर कितनी नकेल कसी है यह तो कहना अभी मुश्किल होगा ।

बाईट - शशीभूषण सिंह -कलेक्टर
बाईट - संतोष सिंह बघेल - माइनिंग अधिकारी
बाईट - ग्रामीण
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