कटनी। जिले के बिजरावगढ़ क्षेत्र में रेत माफिया नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए धड़ल्ले से अवैध रेत खनन कर रहे हैं. जेसीबी मशीन से सैकड़ों डंपर रेत निकाली जा रही है. खास बात ये है, कि प्रशासन को इसकी जानकारी होते हुए रेत माफियाओं पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है. लिहाजा रेत माफिया बेखौफ होकर अवैध रेत खनन करने में जुटे हुए हैं.
हालांकि जिला कलेक्टर का कहना है कि अवैध रेत खनन को रोकने के लिए एक संयुक्त टीम बनाई गई है, जो लगातार वाहनों को राजसात कर कार्रवाई कर रही है और रिकवरी का कार्य भी कर रही है.
वहीं माइनिंग अधिकारी संतोष सिंह बघेल का कहना है कि करोड़ों का अवैध रेत जब्त कर जुर्माना लगाया गया है, लेकिन रिकवरी नहीं हो पाई साथ ही किसी भी वाहनों को राजसात नहीं किया गया है. लिहाजा दोनों अधिकारियों के बयान में विरोधाभास है. अब ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है, कि अवैध रेत खनन पर प्रशासन कितना सख्त है.
जानकारी के मुताबिक, रेत माफिया डंपर और ट्रैक्टर में रेत भरकर बाहर भेज रहे हैं, वहीं ऐसा नजारा छिंदहाई पिपरिया गांव के पास और बरही मार्ग पर रोजाना देखने को मिलता है. हैरानी की बात ये है कि रेत से भरे ट्रैक्टर, डंपर कई थानों और चौकियों के सामने से निकलते हैं, लेकिन पुलिस और खनिज विभाग मूक दर्शक बना रहता है.
बताया जा रहा है कि बरही के अलावा दूसरी जगह से भी रेत निकालने का काम तेजी से चल रहा है. रेत माफिया रात 11बजे से तकरीबन सुबह चार बजे तक रेत उत्खनन करते हैं, लेकिन कलेक्टर और माइनिंग विभाग अवैध रेत उत्खनन और भंडारण परिवहन के मामले से साफ इनकार कर रहा है.