कटनी।अयोध्या फैसला आने के बाद सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद जिले में पूर्व मंत्री संजय पाठक ने कहा कि ये फैसला अभी तक का सबसे बड़ा निर्णय था. उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक फैसले का सम्मान करते हैं. दोनों पक्षो को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जमीन रामलला ट्रस्ट को सौंप दी, तो वहीं मस्जिद के निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन भी दी गई. संजय पाठक ने ये भी कहा कि आज भारत सभी को इस फैसले का स्वागत करना चाहिए. भारत के नव निर्माण में सभी को सह भागी बनाना चाहिए.
अयोध्या का फैसला अभी तक का सबसे बड़ा फैसला: पूर्व मंत्री संजय पाठक - निर्मोही अखाड़ा
कटनी में पूर्व मंत्री संजय पाठक ने अयोध्या फैसले की तारीफ की है. साथ ही सभी को इस फैसले का स्वागत करने की बात की है.
कटनी।अयोध्या फैसला आने के बाद सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद जिले में पूर्व मंत्री संजय पाठक ने कहा कि ये फैसला अभी तक का सबसे बड़ा निर्णय था. उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक फैसले का सम्मान करते हैं. दोनों पक्षो को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जमीन रामलला ट्रस्ट को सौंप दी, तो वहीं मस्जिद के निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन भी दी गई. संजय पाठक ने ये भी कहा कि आज भारत सभी को इस फैसले का स्वागत करना चाहिए. भारत के नव निर्माण में सभी को सह भागी बनाना चाहिए.
Body:Vo 01 -बीजेपी पूर्व मंत्री व वर्तमान में विजयराघवगढ़ के बीजेपी विधायक संजय सतेन्द्र पाठक ने कहा कि यह ऐतिहासिक फैसला हुआ है, इस फैसले को युगों युगों याद रख जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम सम्मान करते है, मुझे पूरी उम्मीद थी कि सुप्रीम कोर्ट न्याय करेगा और न्याय किया। दोनों पक्षो का ध्यान रखते हुए सुप्रीम कोर्ट रामलला के मंदिर की जमीन रामलला ट्रस्ट को सौंप दी, वही मस्जिद के निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन अलग से निर्णय लिया। इसका स्वागत किया जाना चाहिए। Conclusion:Vo 03- पूर्व मंत्री संजय सतेन्द्र पाठक ने यह भी कहा कि आज भारत के निर्माण की आवश्यकता है, न कि मंदिर-मस्जिद के विवाद में पड़ के न किसी के कहने में आकर किसी उन्माद में आके आपने आपको नियंत्रण से बाहर करना चाहिए। सभी को इस फैसले का स्वागत करना चाहिए आवर भारत के नव निर्माण में सभी को सह भागी बनाना चाहिए।
बाईट - संजय पाठक, पूर्व मंत्री