कटनी। मजदूर हर संकट और हर समस्या की चुनौती को समझकर शहर से गांव के लिए निकल पड़े हैं, ये शहर कभी उनके आसरे का ठिकाना था, यहां से सिर्फ उनकी ही नहीं बल्कि उनके पूरे परिवार का पेट भरता था, लेकिन कोरोना के संक्रमण ने एक झटके में मजदूरों के सपने को तोड़ दिया है.
कटनी जिले के जिला पंचायत सदस्य डॉ. एके खान कोरोना संकट में उन लोगों के लिए मसीहा बन गए हैं, जो यातायात साधन ना होने से दूर-दराज शहरों में फंस गए थे. आपको ताजुब होगा की ऐसे एक दो नहीं बल्कि पन्ना जिले के तकरीबन 20-25 लोग देश के विभिन्न शहरों से पदयात्रा कर अपने गांव वापस लौट रहे थे, जिन्हें जिला पंचायत सदस्य ने अपने खुद के संसाधन से उन्हें कोरोना चेकअप कराने के बाद उनके घर पहुंचाया है.
जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि इन लोगों को घर तो पहुंचा दिया गया है, लेकिन अभी भी कई लोग अन्य शहरों में फंसे हैं. डॉ. एके खान ने कहा कि अगर कटनी जिले के मजदूरों को हम लेने जाते हैं तो पुलिस लाठी चार्ज कर पिटाई कर रहे हैं, डॉक्टर खान ने मांग किया है कि प्रदेश सरकार अगर हमें अनुमति दे दे तो अपने कटनी जिले के मजदूर और अन्य लोगों को किसी भी जिले में फंसे होंगे उन्हें कटनी लाकर उनके घर पहुंचाएंगे.