झाबुआ। जिला जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी की मौत का मामला सामने आया है. धारा 302 के तहत जिला जेल में बंद कैदी की शुक्रवार को मौत हो गई. कैदी की मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर कैदी को समय पर उपचार नहीं देने का आरोप लगाया है. जिसके चलते देर रात जिला अस्पताल में तनाव की स्थिति बन गई. जेल प्रशासन ने कैदी के परिजनों के आरोपों को नकारते हुए कहा कि मृतक की तबीयत खराब होने पर खुद जेलर सरकारी वाहन से कैदी को उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे.
- शुक्रवार को ही परिजनों ने की थी मुलाकात
जिला जेल में बंद कैदी के परिजनों का कहना है कि शुक्रवार को ग्यारह बजे ही उन्होंने कैदी से मुलाकात की थी. इस दौरान मृतक ने उन्हें जेल में उपचार न दिए जाने की शिकायत की थी. मृतक के बेटे के आरोप है कि इसके पहले भी वह कई बार उपचार न मिलने की बात कह चुके थे. कैदी को न्यायालय के आदेश के बाद पुलिस 14 अक्टूबर 2020 को जेल लेकर आई थी. वहीं जेलर आरके विश्वकर्मा ने सारे आरोपों को नकारते हुए कहा की सभी कैदियों के लिये जेल में ही चिकित्सा की व्यवस्था रहती है और ज्यादा दिक्कत होने पर कैदियों तत्काल उपचार के लिए अस्पताल ले जाया जाता है.