झाबुआ। केंद्र सरकार ने देश के ग्रामीण हिस्सों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए 'मिशन जल जीवन' चालू किया है. इस प्रोजेक्ट की प्राथमिकता के आधार पर देश के हर गांव तक पानी पहुंचाने के लिए काम युद्ध स्तर पर होता दिखाई दे है. इस मिशन के तहत आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले में भी लाखों आदिवासियों के घरों तक नल कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे जिलेभर में शुद्ध और गुणवत्ता युक्त पेयजल की आपूर्ति होगी.
'मिशन जल जीवन' योजना के तहुत सर्वे काम शुरू
शुरुआत में इस परियोजना के तहत सर्वे सहित पेयजल आपूर्ति के लिए स्रोतों का पता लगाने का काम शुरू हो चुका है. जिले के पेटलावद विकासखंड के लाखों ग्रामीणों को योजना के तहत पानी पहुंचाने के लिए माही नदी पर बने डैम का सहारा लिया जाएगा. इसके लिए PHE विभाग (Public Health Engineering Department ) ने कार्य योजना बनाने का काम शुरू कर दिया है, जिसे स्वीकृति के लिए राज्य शासन को भेजा जाएगा. स्वीकृति मिलने के बाद क्षेत्र के लाखों ग्रामीणों को मिशन जल जीवन योजना मिशन के तहत उनके घर तक पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जाएगी.
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हैंडपंप पर आश्रित लोग
झाबुआ जिले में फिलहाल जल जीवन योजना पूरी तरह से क्रियान्वित नहीं हो पाई है. जिले में बड़ी आबादी अभी भी पानी के लिए हैंडपंप और अन्य पेयजल स्त्रोतों पर आश्रित है.
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क्या है मिशन जल जीवन ?
- जल जीवन मिशन की घोषणा 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में पाइप जलापूर्ति (हर घर जल) सुनिश्चित करना है.
- जल जीवन मिशन की प्राथमिकता देश भर के सभी हिस्सों में सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है.
- इस मिशन के तहत कृषि में फिर से उपयोग के लिए वर्षा जल संचयन, भू-जल पुनर्भरण और घरेलू अपशिष्ट जल के प्रबंधन के लिए स्थानीय बुनियादी ढांचे के निर्माण पर भी ध्यान दिया जाएगा.
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