झाबुआ। शहर में सत्य वीर तेजाजी महाराज की शोभायात्रा निकाली गई, इस दौरान अखाड़े का प्रदर्शन भी किया गया.लोगों की मान्यता है कि जहरीले जीव काटने पर सत्य वीर तेजाजी के नाम से अगर धागा बांध दिया जाये तो पीड़ित व्यक्ति को जहर नहीं चढ़ता, जिसके चलते लोगों में तेजाजी के प्रति अटूट आस्था बनी हुई है.
बांधे गई धागे को दसवीं के दिन सत्य वीर तेजाजी महाराज के मंदिर में खोला जाता है. मन्नत धारी अपनी मन्नत पूरी होने पर रंगीन छतरिया और निशान भी मंदिरों में चढ़ाते हैं, इस पर्व को लेकर निमाड और मालवा में काफी उत्साह रहता हैं.
मालवा निमाड़ में तेजा दशमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता हैं. जिले में सत्य वीर तेजाजी महाराज की शोभायात्रा नौवीं और दशवीं के दिन निकाली जाती है.