झाबुआ। जिले में खराब सड़कों के चलते लगातार सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है. पिछले 6 सालों में झाबुआ जिले में 700 से अधिक लोगों की मौत सड़क हादसों में हो चुकी है. इसके बावजूद ना तो जिला प्रशासन और ना ही जिम्मेदार विभाग सड़कों पर बने गड्ढों को भरने में रुचि दिखा रहा है.
पिछले साल 119 लोगों की हुई थी मौत
झाबुआ से लेकर रतलाम तक एमपीआरडीसी द्वारा बनाई गई सड़क पिछले कई सालों से खस्ता हालत में है. जिले में 2018 में 750 सड़क दुर्घटना हुई. इन हादसों में 119 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, वहीं सड़कों की दुर्दशा की वजह से 800 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. बावजूद इसके सड़कों की ना तो रिपेयरिंग हो रही है और ना ही बने गड्ढों को भरने के लिए कोई कारगर कदम उठाया जा रहा है.
इस साल अब तक 118 की गई जान
साल 2019 में अब तक 614 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं जिसमें 118 लोगों की मौत हो चुकी है. सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए देश की सर्वोच्च न्यायालय ने भी प्रदेश सरकार को निर्देश दिए हैं लेकिन इन निर्देशों का पालन नहीं हो रहा.