झाबुआ। 90 के दशक में अपराध जगत में कुख्यात रहे डाकू दीवान, जिसे पुलिस रिकॉर्ड में दीवान पिता सलिया भूरिया के नाम से जाना जाता है. पुलिस ने डकैत के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की है, दीवान मेघनगर ब्लॉक के छोटे से गांव केलकुआं का रहने वाला है. लेकिन इसके अपराध मध्यप्रदेश से लेकर, गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र तक फैले हैं. दीवान पर चोरी, लूट, डकैती, मारपीट और रंगदारी के कई मामले दर्ज हैं, जिसके बाद पुलिस ने दीवान की आपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए उस पर एनएसए के तहत कार्रवाई की है.
डाकू दीवान पर 2004 में भी एनएसए लगाया गया था, लेकिन तब तकनीकी और कानूनी दांवपेचों के चलते उस पर एनएसए की कार्रवाई नहीं हो पाई थी. पुलिस ने एक बार फिर से इस फाइल को आगे बढ़ाया और इस बार दीवान भूरिया के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 की धारा 3 की धारा (2) के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया है. डाकू दीवान को गिरफ्तार कर 27 जुलाई को कोर्ट में पेश किया था, जहां से कोर्ट ने उसे इंदौर की सेंट्रल जेल भेज दिया है.
दीवान के खिलाफ कुल 29 मामले दर्ज हैं, वहीं 90 के दशक में दीवान को अपराध जगत का कुख्यात बदमाश माना जाता था, दीवान को पकड़ने के लिए कई राज्यों की पुलिस मेघनगर में दबिश दे चुकी है, लेकिन वो हर बार पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा. डाकू दीवान कई बार फरार होने में कामयाब भी रहा है, जबकि पिछले 12 सालों में कई बार अलग-अलग राज्यों की जेलों में वह सजा काट चुका है.