झाबुआ। जिले की अनास नदी में मछली पकड़ने वालों का बीते 3 दिनों से तांता लगा हुआ है. यह नदी मेघनगर और झाबुआ के बीच में बहती है. इस नदी पर बने औद्योगिक विकास केंद्र निगम के डैम के चलते इसमें अब तक पर्याप्त पानी का स्टोरेज था, लेकिन मानसून के सक्रिय होते ही डैम के गेट खोलकर नदी को खाली कर दिया गया है.
जिले में हुई बारिश के चलते नदी नालों से बहकर अनास नदी तक पहुंची हजारों मछलियों को पकड़ने के लिए बीते 3 दिनों से लोगों का तांता लग रहा है. डैम पर गेट बंद करने से पानी रुका हुआ है. हालांकि पानी कम होने के बावजूद सैकड़ों की संख्या में मछली पकड़ने के लिए लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है. ग्रामीण अपने शौक और मछली बेचने के उद्देश्य से नदी में उतर कर मछलियां पकड़ रहे हैं.
जिले में 15 जून के बाद से मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगाया है, क्योंकि यह समय मछली प्रजनन के लिए उपयुक्त माना जाता है. प्रतिबंध के बावजूद झाबुआ की इस नदी में रोज सुबह से लेकर देर शाम तक सैकड़ों की संख्या में लोग इसी तरह मछली पकड़ने के लिए उतरते हैं. हालांकि नदी में बड़ी मछलियों की कमी है, मगर लोग छोटी-छोटी मछलियों भी पकड़ रहे हैं.