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MP Open Board Exam: झाबुआ में बोर्ड की लापरवाही से नही पहुंचे प्रश्न पत्र,3 हजार से अधिक विद्यार्थियों की परीक्षा निरस्त - मप्र ओपन बोर्ड परीक्षा

मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड की लापरवाही से झाबुआ जिले की 15 स्कूल में 9वीं से 12वीं तक प्रश्न पत्र ही नहीं पहुंचे. जिसके चलते जिले की 15 संस्थाओं के 3 हजार से अधिक बच्चे परीक्षा देने से वंचित रह गए. अब अन विद्यार्थियों को बाद में एक प्रश्न पत्र देना होगा. इसके लिए अलग सेट आएगा. गुरुवार शाम को मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल के संचालक द्वारा ली गई वीडियो कांफ्रेंस के बाद 15 स्कूलों में शुक्रवार को आयोजित त्रैमासिक परीक्षा निरस्त करने के आदेश निकाले गए. (mp open board exam)

mp open board exam
मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड
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Published : Oct 10, 2022, 12:21 PM IST

झाबुआ। मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड की लापरवाही से झाबुआ जिले की 15 स्कूलों के 3 हजार से अधिक बच्चे शुक्रवार को त्रैमासिक परीक्षा देने से वंचित रह गए. बोर्ड ने इन 15 स्कूल में समय पर प्रश्न पत्र ही नही भेजे. अब पूरे प्रदेश में परीक्षा खत्म हो जाने के बाद प्रश्न पत्र की परीक्षा होगी. दरअसल शुक्रवार से पूरे प्रदेश में एक साथ 9वीं से 12वीं तक की त्रैमासिक परीक्षा प्रारंभ हुई है. इसके लिए मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल ने प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए हैं. गुरुवार शाम को मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल के संचालक द्वारा ली गई वीडियो कांफ्रेंस में जिला शिक्षा अधिकारी ओपी बनडे ने यह मुद्दा उठाया. जिसके बाद 15 स्कूलों में शुक्रवार को आयोजित त्रैमासिक परीक्षा निरस्त करने के आदेश निकाले गए. इस आदेश में स्पष्ट किया गया कि अन्य प्रश्न पत्र यथावत ही रहेंगे. (mp open board exam)

इन विषय की होना थी परीक्षा: 9वीं और 10वीं में अंग्रेजी विषय का प्रश्न पत्र होना था. वहीं 11वीं और 12वीं के विधार्थियों का भौतिक शास्त्र, व्यवसायिक अध्ययन, इतिहास और कृषि विषय का प्रश्न पत्र था. शुक्रवार को परीक्षा देने से वंचित रहने वालों में 9वीं के 890 विद्यार्थी, 10वीं के 810, 11वीं के 610 और 12वीं के 840 विद्यार्थी शामिल हैं. 15 संस्थाओं के विद्यार्थियों को बाद में एक प्रश्न पत्र देना होगा. इसके लिए अलग सेट आएगा.

MPPSC Controversy आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी परीक्षा भी विवादों में, परीक्षा निरस्त कर दोबारा कराने की मांग

परीक्षा से वंचित विद्यार्थियों के आकड़े: शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार हाई स्कूल पीपलखूंटा में 9वीं और 10वीं के 20-20 विद्यार्थी परीक्षा नहीं दे सके. इसी तरह कन्या उमावि पारा में 9वीं के 140, 10वीं 130, 11वीं के 210 और 12वीं के 110 विद्यार्थी परीक्षा से वंचित रह गए. हाई स्कूल कालीघाटी में 10वीं के 40, हाई स्कूल खेड़ा में 10वीं के 80, हाई स्कूल भामल में 9वीं के 110 और 10वीं के 80, हाई स्कूल धामनी चमना में 9वीं के 40 और 10वीं के 60, हाई स्कूल कसारबर्डी में 9वीं के 60 और 10वीं के 70, कन्या शिक्षा परिसर राणापुर में 11वीं के 30 और 12वीं के 30, मॉडल स्कूल राणापुर में 11वीं के 40 और 12वीं के 80, उमावि बरवेट में 9वीं के 200, 10वीं के 140, 11वीं के 240 व 12वीं के 200, उमावि काकनवानी में 12वीं के 310 तथा उमावि ढोलियावाड में 9वीं के 130, 10वीं के 110, 11वीं के 90 और 12वीं के 110 विद्यार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए. (mp state board of open school education) (mp open school exam) (mp open board exam cancel)

झाबुआ। मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड की लापरवाही से झाबुआ जिले की 15 स्कूलों के 3 हजार से अधिक बच्चे शुक्रवार को त्रैमासिक परीक्षा देने से वंचित रह गए. बोर्ड ने इन 15 स्कूल में समय पर प्रश्न पत्र ही नही भेजे. अब पूरे प्रदेश में परीक्षा खत्म हो जाने के बाद प्रश्न पत्र की परीक्षा होगी. दरअसल शुक्रवार से पूरे प्रदेश में एक साथ 9वीं से 12वीं तक की त्रैमासिक परीक्षा प्रारंभ हुई है. इसके लिए मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल ने प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए हैं. गुरुवार शाम को मप्र राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल के संचालक द्वारा ली गई वीडियो कांफ्रेंस में जिला शिक्षा अधिकारी ओपी बनडे ने यह मुद्दा उठाया. जिसके बाद 15 स्कूलों में शुक्रवार को आयोजित त्रैमासिक परीक्षा निरस्त करने के आदेश निकाले गए. इस आदेश में स्पष्ट किया गया कि अन्य प्रश्न पत्र यथावत ही रहेंगे. (mp open board exam)

इन विषय की होना थी परीक्षा: 9वीं और 10वीं में अंग्रेजी विषय का प्रश्न पत्र होना था. वहीं 11वीं और 12वीं के विधार्थियों का भौतिक शास्त्र, व्यवसायिक अध्ययन, इतिहास और कृषि विषय का प्रश्न पत्र था. शुक्रवार को परीक्षा देने से वंचित रहने वालों में 9वीं के 890 विद्यार्थी, 10वीं के 810, 11वीं के 610 और 12वीं के 840 विद्यार्थी शामिल हैं. 15 संस्थाओं के विद्यार्थियों को बाद में एक प्रश्न पत्र देना होगा. इसके लिए अलग सेट आएगा.

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परीक्षा से वंचित विद्यार्थियों के आकड़े: शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार हाई स्कूल पीपलखूंटा में 9वीं और 10वीं के 20-20 विद्यार्थी परीक्षा नहीं दे सके. इसी तरह कन्या उमावि पारा में 9वीं के 140, 10वीं 130, 11वीं के 210 और 12वीं के 110 विद्यार्थी परीक्षा से वंचित रह गए. हाई स्कूल कालीघाटी में 10वीं के 40, हाई स्कूल खेड़ा में 10वीं के 80, हाई स्कूल भामल में 9वीं के 110 और 10वीं के 80, हाई स्कूल धामनी चमना में 9वीं के 40 और 10वीं के 60, हाई स्कूल कसारबर्डी में 9वीं के 60 और 10वीं के 70, कन्या शिक्षा परिसर राणापुर में 11वीं के 30 और 12वीं के 30, मॉडल स्कूल राणापुर में 11वीं के 40 और 12वीं के 80, उमावि बरवेट में 9वीं के 200, 10वीं के 140, 11वीं के 240 व 12वीं के 200, उमावि काकनवानी में 12वीं के 310 तथा उमावि ढोलियावाड में 9वीं के 130, 10वीं के 110, 11वीं के 90 और 12वीं के 110 विद्यार्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए. (mp state board of open school education) (mp open school exam) (mp open board exam cancel)

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