झाबुआ। कभी फर्जी अधिकारी तो कभी पत्रकार बनकर हॉस्टल अधीक्षकों से अवैध वसूली करने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरोह में एक महिला और एक पुरुष और शामिल हैं. लेकिन पुलिस ने एफआईआर में उनका नाम शामिल नहीं किया है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से तीन पुरुष और एक महिला कार (एमएच 04 डीजे 8091) से क्षेत्र में घूम रहे थे. उनके द्वारा अलग-अलग हॉस्टल में जाकर अधीक्षकों को डरा धमकाकर अवैध वसूली करने की बात भी सामने आई थी.
हॉस्टल अधीक्षकों से वसूली : इस बीच सीनियर बालक छात्रावास रंभापुर के अधीक्षक फ्रांसिस माल ने मेघनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनके हॉस्टल पर तीन पुरुष और एक महिला आए थे और स्वयं को अधिकारी बताकर धमकाते हुए 15 हजार रुपए ले गए. अन्य हॉस्टल अधीक्षकों से भी उनके द्वारा वसूली की गई है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने आम्बुआ के रेस्ट हाउस से तीन आरोपियों को हिरासत में लिया. हालांकि एफआईआर में हेमंत राठौर और दिनेश चौहान का ही नाम है. उनके विरुद्ध धारा 419, 420 और 384 में प्रकरण दर्ज किया गया है.
दो और लोग ठगी में शामिल : आरोपी के दो साथी का नाम एफआईआर में दर्ज नहीं किया गया है. जबकि अभी पुलिस हिरासत में हैं, जबकि महिला को फरार बताया जा रहा है. पुलिस ने आरोपियों के पास से फर्जी पहचान पत्र, न्यूज चैनल की आईडी और कार बरामद की है. चारों आरोपी इंदौर के निवासी बताए जा रहे हैं. 22 फरवरी को गिरोह के चारों सदस्य रंभापुर छात्रावास पहुंचे. उन्होंने अधीक्षक फ्रांसिस माल को कॉल किया और कहा कि हम उपयुक्त कार्यालय भोपाल से आए हैं. आपके छात्रावास का निरीक्षण करना है. हमने आपके छात्रावास का वीडियो बनाया है. छात्रावास के आसपास गंदगी है. हम उपयुक्त को रिपोर्ट भेज रहे हैं. यदि हमने रिपोर्ट भेज दी तो आपकी नौकरी खतरे में पड़ जाएगी.
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धमकी देकर वसूले रुपये : ठगों ने ये भी कहा कि यदि आपको रिपोर्ट या वीडियो डिलीट करवाना है तो 20 हजार देना पड़ेंगे. जब अधीक्षक फ्रांसिस माल ने रुपए नहीं होने की बात कही तो उन्होंने कहा कि अपने अकाउंट से ट्रांसफर करो. अधीक्षक ने 5 हजार हेमंत राठौर के मोबाइल नंबर 9826047680 पर ट्रांसफर किए. वहीं नकद 10 हजार रुपए दिनेश चौहान नाम के व्यक्ति को दिए. उनके साथ एक महिला और एक पुरुष भी मौजूद थे. बाद में वे चारों कार से रवाना हो गए. यही नहीं उन चारों ने गत 10 फरवरी को कन्या आश्रम पुपलखुंटा की अधीक्षक अधीक्षक रंजीता खराड़ी से भी वरिष्ठ कार्यालय के अधिकारी बनकर नौकरी से निकालने की धमकी देकर ₹7500 वसूल लिए थे. मेघनगर थाना प्रभारी टीएस डावर ने बताया हॉस्टल अधीक्षक की शिकायत पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनसे पूछताछ की जा रही है.