झाबुआ। देश में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर तमाम जनता के साथ-साथ तमाम राजनीतिक पार्टियों का समर्थन मिल रहा है. किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का एलान किया है. वहीं मध्यप्रदेश से कांग्रेस विधायक व आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया ने किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी और पीएम मोदी पर हमला बोला है. विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि यह सरकार देश के किसानों को बड़े-बड़े उद्योगपतियों के पास गिरवी रखने की साजिश रच रही है.
विधायक कांतिलाल भूरिया ने केंद्र और मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों को किसान विरोधी करार दिया है. विधायक ने कहा कि जो सरकार किसानों के आर्थिक लाभ और उनकी आय को डबल करने का वादा करती है. वही सरकारें उनकी फसलों और उपज की अनदेखी रही है. कांतिलाल भूरिया ने नए कानून को किसान विरोधी बताते हुए इसे इस कानून को रद्द करने की मांग की है.
दरअसस, कृषि क्षेत्र में लाए गए तीन सुधारवादी कानूनों के विरोध में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और देश के अलग-अलग इलाकों के किसान सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं. इस आंदोलन को कांग्रेस सहित मुख्य विपक्षी दलों का भी समर्थन मिला हुआ है. जिससे0 मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीनों कानूनों को संसद में विशेष अधिवेशन बुलाकर वापस लिया जा सके. पिछले 10 दिनों से जारी किसान और सरकार के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है. हालांकि केंद्र सरकार किसानों से लगातार बातचीत के जरिए इस मामले को सुलझाने का प्रयास करने में जुटी है. मगर किसान तीनों बिलों रद्द करने की मांग कर पर अड़े हुए हैं.