झाबुआ। प्रदेश में मानसून आ चुका है, कई जिलों में अच्छी बारिश भी हो रही है, लेकिन कुछ जिले ऐसे हैं, जहां अभी भी औसत बारिश नहीं हो पाई, जिस कारण वहां के लोग परेशान है. झाबुआ जिले में भी पिछले 20 दिनों से बारिश नहीं हुई है. ऐसे में अब लोग बारिश के लिए टोटकें करने लगे हैं. यहां अच्छी बारिश के लिए जिंदा आदमी की शव यात्रा निकाली गई, तो अब शहर में मनोकामना पूरी करने वाले मनकामेश्वर महादेव को जलमग्न किया जा रहा है.
जब-जब झाबुआ शहर पर कोई प्राकृतिक आपदा आती है, शिवभक्त मनकामेश्वर महादेव की शरण में चले जाते हैं और विपदाओं को हरने की विनती करते हैं. महादेव भी अपने भक्तों की मुराद पूरी करते हैं इसीलिए उन्हें मनकामेश्वर महादेव कहा जाता है. मान्यता है कि भगवान भोले का शिवलिंग जब-जब जलमग्न किया गया तब जिले में अच्छी बारिश होती है. पिछले साल भी बारिश की कमी हुई थी तो महादेव को जल मग्न किया गया था. जिसके बाद जिले में अच्छी बारिश हुई थी.
वैश्विक महामारी और प्रशासनिक निर्देश के कारण भले ही मंदिर में अभी श्रद्धालुओं की संख्या कम है, मगर उनकी आस्था में कोई कमी नहीं आई है. कई श्रद्धालुओं का मानना है की अभी भोले नाथ को पूरी तरह जलमग्न नहीं किया जा रहा है. जैसे-जैस बारिश के असार कम होंगे उन्हें जल में और ज्यादा डुबोया जाएगा, जिससे इलाके में निश्चित तौर पर अच्छी बारिश होगी.
बारिश की किल्लत से किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीर खींचने लगी है तो दूसरी तरफ आम लोगों को भी गर्मी ने हालाकान कर दिया हैं. पिछले साल जिले में जून माह में 200 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई थी, इसी हिसाब से किसानों ने खरीफ की फसलों की बुवाई तो कर दी. पर बिना बारिश के बीज अंकुरित नहीं हो रहे हैं. ऐसे मे लोग मनकामेश्वर महादेव की शरण में पहुंचे और उनसे पानी की प्रार्थना करते हुए उन्हें जलमग्न कर दिया.
झाबुआ में पिछले दिनों उज्जैनी और टोने-टोटके का सहारा भी लिया गया और अच्छी बारिश की कामना के लिए शहर में जिंदा व्यक्ति की शव यात्रा भी निकाली गई. इधर शुक्रवार को महादेव को जलमग्न करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई. हालांकि मौसम विभाग ने जल्द बारिश की आशा जताई है, लेकिन उसके सटीक भविष्यवाणी नहीं कर पाने के कारण लोगों अब टोने, टोटके और आराधना का सहारा लेना पड़ रहा है.