झाबुआ। 17वीं लोकसभा में नहीं पहुंच पाने का दुख कांग्रेसे के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया को खल रहा है. लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कई दिनों तक अज्ञातवास में रहे कांतिलाल भूरिया ने अचानक फिर से पूरे संसदीय क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है.
झाबुआ से बीजेपी विधायक गुमान सिंह डामोर अब सांसद बन गए हैं. डामोर को दोनों में से एक पद पर आने वाले दिनों में इस्तीफा देना है. अगर वे विधायक पद से इस्तीफा देते हैं, तो झाबुआ विधानसभा में फिर से उपचुनाव होगा, जबकि सांसद पद से अगर पार्टी उन्हें इस्तीफा देने के लिए बोलती है, तो भूरिया एक बार फिर से मैदान में उतरेंगे, जिसकी संभावना बीजेपी नेताओं की ओर से कम ही जताई जा रही है, लिहाजा यह माना जा रहा है कि झाबुआ विधानसभा का उपचुनाव होगा.
माना जा रहा है कि कांतिलाल भूरिया झाबुआ विधानसभा का चुनाव लड़कर राजनीतिक पद पर लौटना चाहते हैं. चूंकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, लिहाजा उन्हें आशा है कि अगर वे विधायक के रूप में चुनकर जाते हैं, तो सरकार में शामिल हो सकते हैं. हालांकि भूरिया के चुनाव लड़ने को लेकर ना तो कांग्रेस की ओर से और ना ही कांतिलाल भूरिया की ओर से ऐसा कोई संकेत मिला है, लेकिन झाबुआ में उनकी सक्रियता से कई कयास लगाए जा रहे हैं.