झाबुआ। काली करतूतों वाले पाकिस्तान के नेता इन दिनों भारत से नाराजगी जता कर भले ही खुश हो रहे हों, लेकिन वहां की जनता को टमाटर खाने के लिए ऊंची कीमत चुकानी पड़ रही है, जिसको देखते हुए झाबुआ के किसानों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर एक पेशकश की है, इस पेशकश में ये ऑफर पाकिस्तान को दिया गया है कि वो चाहें तो पीओके भारत को देकर भारत से टमाटर ले सकते हैं.
'पीओके दो और टमाटर लो', ये मांग को सियासी नारा नहीं बल्कि झाबुआ के टमाटर उगाने वाले किसानों का पाकिस्तान को ऑफर है. लाल टमाटर के लिए मोहताज हो रहे पाकिस्तान को ये ऑफर भारत से माफी, पीओके और दाऊद इब्राहिम, हाफिज सईद के बदले देने का ऑफर झाबुआ के किसानों ने पाकिस्तान को दिया है. यहां के किसानों का मानना है अगर पाकिस्तान उनकी शर्त मान लेता है, तो पाकिस्तान के लोगों की थाली का जायका बढ़ सकता है.
पुलवामा हमले के बाद से नहीं दे रहे टमाटर
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को निर्यात किए जाने वाले टमाटर पर रोक लगा दी है, जिसका नतीजा ये हुआ है अब पड़ोसी मुल्क में टमाटर के भाव आसमान छूने लगे हैं. पाकिस्तान में टमाटर के भाव चार सौ से लेकर पांच सौ रुपए किलो तक पहुंच गए हैं.
पत्र और ट्वीट कर दिया ऑफर
किसानों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र लिखा है, जिनमें उन्होंने कहा कि आपके यहां टमाटर की कीमत देखकर ये पत्र लिख रहे हैं, पाकिस्तान को अगर टमाटर चाहिए, तो पहले पीओके, दाऊद इब्राहिम, हाफिज सईद भारत को सौंप दें और भारत से माफी मांग लें, तो उन्हें टमाटर देने पर विचार किया जा सकता है. इसके अलावा एक किसान महेन्द्र हामड़ ने पत्र को ट्वीट भी किया है, जिसे पाकिस्तानी पीएम इमरान खान और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग किया गया है.
हालांकि अभी किसान महेन्द्र हामड़ के ट्वीट का कोई जबाव नहीं आया है. पर एक बात तो बिल्कुन साफ है कि पाकिस्तान को आसमान छूते टमाटर के दामों से निजात चाहिए, तो झाबुआ के किसान उसकी मदद जरूर कर सकते हैं. बशर्ते पाकिस्तान किसानों की बात मान ले और पीओके भारत को सौंप दे.