झाबुआ। जिले में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर दोनों ही राजनीतिक दलों के प्रत्याशी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के साथ-साथ सरकारों की नाकामी गिना रहे हैं. इसी दौरान ईटीवी भारत से भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया ने खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया पिछले 40 साल से केंद्र और राज्य की सरकारों में महत्वपूर्ण पदों पर रहे, बावजूद इसके जिले का विकास नहीं कर सका. उन्होंने 40 साल में जिले को न तो मेडिकल कॉलेज दिया और न इंजीनियरिंग कॉलेज और न ही कृषि क्षेत्र में कोई उन्नत तकनीक या बड़ी परियोजना की सौगात दी. कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया की नाकामियों के चलते जिल के युवाओं को रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों में पलायन करना पड़ता है. जो यहां का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा भी है.
बीजेपी के बागी नेता कल्याण सिंह नहीं हैं चुनौती
भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ रहे कल्याण सिंह डामोर को भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया ने कोई चुनौती नहीं माना.उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह डामोर को उनके गांव के मतदाता ही वोट नहीं देंगे. ऐसे में वे भाजपा के लिए कोई चुनौती नहीं हैं.
जींस टी-शर्ट में कर रहे प्रचार
नेताओं के पारंपरिक पहनावे से अलग जींस-शर्ट पहनकर राजनीतिक मैदान में उतरे भानू भूरिया ने कहा कि राजनीति एक विचारधारा है. वे अपने आदिवासी भाइयों और समाज के बीच रहकर उनके विकास और उत्थान के लिए हमेशा कार्यरत रहेंगे. उन्होंने कहा कि आने वाले 10 दिनों में भाजपा कार्यकर्ता सेक्टर, बूथ और मोहल्ला में रहने वाले मतदाताओं तक पूर्ववर्ती शिवराज सरकार की उपलब्धियों और वर्तमान कमलनाथ सरकार की नाकामियों को घर-घर तक पहुंचा कर चुनाव फतह करेंगे.