झाबुआ। 24 अक्टूबर को झाबुआ विधानसभा उपचुनाव के नतीजे घोषित होने वाले है. 21 अक्टूबर को जिले के 2 लाख 77 हजार 599 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. उपचुनाव के लिए लगभग 62 फीसदी मतदान हुआ है. चुनावी मैदान में 5 प्रत्याशी हैं. इनमें कांग्रेस से कांतिलाल भूरिया, बीजेपी से भानु भूरिया के अलावा तीन निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
इस सीट को जीतने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के बड़े नेताओं ने अपना पूरा दमखम लगा दिया है. यह चुनाव कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया और बीजेपी के युवा नेता भानु भूरिया के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेगा. कल यानी गुरुवार को दोपहर तक ये साफ हो जाएगा कि कौन झाबुआ से चुनकर विधानसभा पहुंचेगा और कौन झाबुआ की राजनीति में ही सिमट जाएगा. यह चुनाव दोनों ही दलों के लिए प्रतिष्ठा का विषय भी बना हुआ है.
गौरतलब है कि बीजेपी विधायक गुमान सिंह डामोर के सांसद बनने के बाद इस्तीफा दे दिया था. डामोर ने साल 2019 में हुए रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर कांतिलाल भूरिया को हराया था. जबकि 2018 में झाबुआ विधानसभा सीट पर कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को शिकस्त दी थी