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गुजरात से मध्यप्रदेश के श्रमिकों की घर वापसी शुरू, पिटोल बेरियर लाए गए दो हजार मजदूर

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Published : Apr 26, 2020, 4:48 PM IST

मध्य प्रदेश सरकार की घोषणा के बाद 25 अप्रैल की रात से ही गुजरात में फंसे श्रमिकों को प्रदेश में लाने का काम शुरु हो गया है. इसकी पहली कड़ी में 1500 से दो हजार मजदूरों को झाबुआ की पिटोल बेरियर पर लाया गया है.

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झाबुआ

झाबुआ : मध्य प्रदेश सरकार की घोषणा के बाद 25 अप्रैल की रात से ही गुजरात में फंसे श्रमिकों को प्रदेश में लाने का काम शुरू हो गया. बीती रात गुजरात राज्य की सीमा पर जिला प्रशासन ने 60 से अधिक बसों की व्यवस्था जुटाकर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने वाले श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया.

Homecoming of Madhya Pradesh workers started from Gujarat in jhabua
श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की श्रमिकों के घर वापसी की घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही सरकार ने झाबुआ प्रशासन को व्यवस्था जुटाने के निर्देश दिए ताकि बड़ी संख्या में आने वाले प्रवासियों को घर तक पहुंचाया जा सके.

Homecoming of Madhya Pradesh workers started from Gujarat in jhabua
रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर और झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया भी जायजा लेने पहुंचे

गुजरात और मध्य प्रदेश सरकार के आपसी तालमेल के चलते अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, कच्छ और मोरबी सहित अनेक इलाकों में फंसे मध्य प्रदेश के श्रमिकों को गुजरात स्टेट कॉरपोरेशन की बसें झाबुआ के पिटोल बॉर्डर तक छोड़ने पहुंची. पिटोल बॉर्डर से मध्य प्रदेश सरकार अपनी व्यवस्थाओं के अनुसार इन श्रमिकों की स्क्रीनिंग और मेडिकल जांच के बाद इन्हें घर पहुंचाने की व्यवस्थाओं में जुटी रही है, देर रात 1500 से 2000 श्रमिक पिटोल बॉर्डर पर पहुंचे.

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श्रमिकों की घर वापसी शुरू

झाबुआ जिला प्रशासन ने बॉर्डर पर पहुंचे इन श्रमिकों के लिए भोजन पैकेट की व्यवस्था के साथ ही इनके समुचित मेडिकल जांच की व्यवस्था भी की. प्रशासन द्वारा 65 से अधिक निजी बसों से प्रदेश के अलग अलग जिलों के श्रमिकों को अपने गांव भेजने की व्यवस्था की गई.

रात में प्रदेश की सीमा में बने एकीकृत जांच चौकी (पिटोल बेरियर) पर रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर और झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया सहित जिला प्रशासन के अधिकार भी अधिकारी स्थितियों का जायजा लेने के लिए पहुंचे.

झाबुआ : मध्य प्रदेश सरकार की घोषणा के बाद 25 अप्रैल की रात से ही गुजरात में फंसे श्रमिकों को प्रदेश में लाने का काम शुरू हो गया. बीती रात गुजरात राज्य की सीमा पर जिला प्रशासन ने 60 से अधिक बसों की व्यवस्था जुटाकर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने वाले श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया.

Homecoming of Madhya Pradesh workers started from Gujarat in jhabua
श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की श्रमिकों के घर वापसी की घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही सरकार ने झाबुआ प्रशासन को व्यवस्था जुटाने के निर्देश दिए ताकि बड़ी संख्या में आने वाले प्रवासियों को घर तक पहुंचाया जा सके.

Homecoming of Madhya Pradesh workers started from Gujarat in jhabua
रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर और झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया भी जायजा लेने पहुंचे

गुजरात और मध्य प्रदेश सरकार के आपसी तालमेल के चलते अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, कच्छ और मोरबी सहित अनेक इलाकों में फंसे मध्य प्रदेश के श्रमिकों को गुजरात स्टेट कॉरपोरेशन की बसें झाबुआ के पिटोल बॉर्डर तक छोड़ने पहुंची. पिटोल बॉर्डर से मध्य प्रदेश सरकार अपनी व्यवस्थाओं के अनुसार इन श्रमिकों की स्क्रीनिंग और मेडिकल जांच के बाद इन्हें घर पहुंचाने की व्यवस्थाओं में जुटी रही है, देर रात 1500 से 2000 श्रमिक पिटोल बॉर्डर पर पहुंचे.

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श्रमिकों की घर वापसी शुरू

झाबुआ जिला प्रशासन ने बॉर्डर पर पहुंचे इन श्रमिकों के लिए भोजन पैकेट की व्यवस्था के साथ ही इनके समुचित मेडिकल जांच की व्यवस्था भी की. प्रशासन द्वारा 65 से अधिक निजी बसों से प्रदेश के अलग अलग जिलों के श्रमिकों को अपने गांव भेजने की व्यवस्था की गई.

रात में प्रदेश की सीमा में बने एकीकृत जांच चौकी (पिटोल बेरियर) पर रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर और झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया सहित जिला प्रशासन के अधिकार भी अधिकारी स्थितियों का जायजा लेने के लिए पहुंचे.

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