झाबुआ। मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ पर आईटी छापेमारी की कार्रवाई के बाद झाबुआ से भी एक बड़ा आरोप सामने आया है. जहां प्रवीण कक्कड़ पर पुलिस सेवा के दौरान फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया है.
प्रवीण कक्कड़ पर आईटी की छापामार कार्रवाई के बाद झाबुआ की कल्पना सिसोदिया ने प्रवीण कक्कड़ पर उनके पति कमल सिसोदिया के फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया है. कल्पना सिसोदिया ने का कहना है कि वह 16 सालों से अपने पति को इंसाफ दिलाने के लिए दर-दर भटक रही है, मगर कोई उनकी सुनवाई नहीं कर रहा.
कल्पना सिसोदिया ने इस मामले की शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की थी. जिसके बाद इसकी जांच तत्कालीन झाबुआ एसपी कृष्णावेणी देशावातू ने की. अपनी जांच रिपोर्ट में एसपी कृष्णावेणी ने कई बिंदुओं पर एसटीएफ इंदौर की कहानी से असहमति व्यक्त की थी. साथ ही इस मामले को संदिग्ध मानते हुए इसकी जुडिशल जांच किये जाने की अनुशंसा भी की थी. लेकिन कुछ नहीं हो पाया.
बता दें पुलिस सेवा के दौरान प्रवीण कक्कर झाबुआ जिले में पदस्थ रहे. 2004 से 2011 तक कांतिलाल भूरिया के ओएसडी रहे. 10 जुलाई 2003 को झाबुआ के भेरुघाट में कमल सिसोदिया का एसटीएफ इंदौर में एनकाउंटर किया था. उसके बाद से प्रवीण कक्कड़ पर फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप परिजन लगाते रहे हैं.