झाबुआ। सरकार ने हर काम के लिए नियम और शर्ते बनाई हैं, लेकिन इन नियमों और शर्तों का पालन कितना होता है उसकी एक तस्वीर झाबुआ जिले में देखी जा सकती है. विद्युत जैसे खतरनाक और महत्वपूर्ण काम का जिम्मा मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी ने निजी ठेकेदारों के हाथों में सौंप दी है. कंपनी ठेकेदारों के माध्यम से अब ग्रामीण इलाकों में विद्युत लाइन बिछा रही है.
ठेकेदार अपने लाभ को ज्यादा बढ़ाने के लिए ना तो प्रशिक्षित कर्मचारी रखता है और ना ही उन्हें सुरक्षा की कोई गारंटी देता है. लिहाजा कई बार विद्युत लाइनों पर काम करने के दौरान कर्मचारियों के साथ हादसे हो जाते हैं, यहां तक की उनकी मौत भी हो जाती है.
ठेकेदार विद्युत पोल पर चढ़कर काम करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा के साधन उपलब्ध नहीं कराता है.
कर्मचारी बिना सुरक्षा मापदंडों के काम तो करते हैं लेकिन उनकी भी अपनी मजबूरी है. ठेकेदार भी निजी लाभ के चलते ना तो प्रशिक्षित कर्मचारी रखते हैं और ना ही इन कर्मचारियों को सुरक्षा के संसाधन मुहैया कराते हैं. मामले पर विद्युत अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.