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विद्युत पोल पर बिना सुरक्षा इंतजाम के काम कर रहे विद्युत कर्मचारी

झाबुआ में विद्युत जैसे खतरनाक और महत्वपूर्ण काम का जिम्मा मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी ने निजी ठेकेदारों के हाथों में सौंप दिया है. लेकिन ठेकेदार पोल पर काम करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा का कोई भी साधन उपलब्ध नहीं कराते हैं.

Electrical staff working without security regulations
बिना सुरक्षा इंतजाम के काम कर रहे विद्युत कर्मचारी
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Published : Nov 30, 2019, 1:55 PM IST

Updated : Nov 30, 2019, 2:45 PM IST

झाबुआ। सरकार ने हर काम के लिए नियम और शर्ते बनाई हैं, लेकिन इन नियमों और शर्तों का पालन कितना होता है उसकी एक तस्वीर झाबुआ जिले में देखी जा सकती है. विद्युत जैसे खतरनाक और महत्वपूर्ण काम का जिम्मा मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी ने निजी ठेकेदारों के हाथों में सौंप दी है. कंपनी ठेकेदारों के माध्यम से अब ग्रामीण इलाकों में विद्युत लाइन बिछा रही है.

बिना सुरक्षा इंतजाम के काम कर रहे विद्युत कर्मचारी

ठेकेदार अपने लाभ को ज्यादा बढ़ाने के लिए ना तो प्रशिक्षित कर्मचारी रखता है और ना ही उन्हें सुरक्षा की कोई गारंटी देता है. लिहाजा कई बार विद्युत लाइनों पर काम करने के दौरान कर्मचारियों के साथ हादसे हो जाते हैं, यहां तक की उनकी मौत भी हो जाती है.

ठेकेदार विद्युत पोल पर चढ़कर काम करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा के साधन उपलब्ध नहीं कराता है.

कर्मचारी बिना सुरक्षा मापदंडों के काम तो करते हैं लेकिन उनकी भी अपनी मजबूरी है. ठेकेदार भी निजी लाभ के चलते ना तो प्रशिक्षित कर्मचारी रखते हैं और ना ही इन कर्मचारियों को सुरक्षा के संसाधन मुहैया कराते हैं. मामले पर विद्युत अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

झाबुआ। सरकार ने हर काम के लिए नियम और शर्ते बनाई हैं, लेकिन इन नियमों और शर्तों का पालन कितना होता है उसकी एक तस्वीर झाबुआ जिले में देखी जा सकती है. विद्युत जैसे खतरनाक और महत्वपूर्ण काम का जिम्मा मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी ने निजी ठेकेदारों के हाथों में सौंप दी है. कंपनी ठेकेदारों के माध्यम से अब ग्रामीण इलाकों में विद्युत लाइन बिछा रही है.

बिना सुरक्षा इंतजाम के काम कर रहे विद्युत कर्मचारी

ठेकेदार अपने लाभ को ज्यादा बढ़ाने के लिए ना तो प्रशिक्षित कर्मचारी रखता है और ना ही उन्हें सुरक्षा की कोई गारंटी देता है. लिहाजा कई बार विद्युत लाइनों पर काम करने के दौरान कर्मचारियों के साथ हादसे हो जाते हैं, यहां तक की उनकी मौत भी हो जाती है.

ठेकेदार विद्युत पोल पर चढ़कर काम करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा के साधन उपलब्ध नहीं कराता है.

कर्मचारी बिना सुरक्षा मापदंडों के काम तो करते हैं लेकिन उनकी भी अपनी मजबूरी है. ठेकेदार भी निजी लाभ के चलते ना तो प्रशिक्षित कर्मचारी रखते हैं और ना ही इन कर्मचारियों को सुरक्षा के संसाधन मुहैया कराते हैं. मामले पर विद्युत अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

Intro:झाबुआ : सरकार ने हर काम के लिए नियम और शर्ते बना रखी है मगर इन नियमों और शर्तों का पालन कितना होता है उसकी एक तस्वीर झाबुआ जिले में देखी जा सकती है. विद्युत जैसे खतरनाक और महत्वपूर्ण काम का जिम्मा मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी ने निजी ठेकेदारों के हाथों में सौंप रखा है. पूरे प्रदेश में ठेकेदारों के माध्यम से ना तक न सिर्फ गांव तक विद्युत लाइन बिछाई जाती है बल्कि विद्युत मेंटेनेंस का काम भी इन्हीं के हाथों कराया जाता है.


Body: ठेकेदार अपने लाभ को ज्यादा बढ़ाने के लिए ना तो प्रशिक्षित कर्मचारी रखता है और ना ही उन्हें सुरक्षा की कोई गारंटी देता है, लिहाजा कई बार विद्युत लाइनों पर काम करने के दौरान कर्मचारियों की मौत हो जाती है .अमूमन देखा जाता है कि विद्युत पोल पर चढ़ने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा के साधन मुहैया नहीं कराए जाते हैं. पोल पर चढ़ने के दौरान कर्मचारियों को ना ही हेलमेट और ना ही विद्युत लाइन पर काम करने के दौरान हाथों में पहनने के दस्ताने और ना ही जरूरी उपकरण है दिए जाते हैं. यह


Conclusion:कर्मचारि बिना सुरक्षा मापदंडों के काम तो करते हैं मगर शायद यह उनकी मजबूरी होती है, मगर ठेकेदार भी निजी लाभ के चलते ना तो प्रशिक्षित कर्मचारी रखते हैं और ना ही इन कर्मचारियों को सुरक्षा के संसाधन मुहैया कराते हैं. इस मामले को लेकर जब जिम्मेदार अधिकारियों से स्पष्टीकरण चाहा तो उन्होंने ऑन कैमरा कुछ भी कहने से मना कर दिया मगर उन्होंने कहा कि यदि इस तरह की स्थिति है तो ठेकेदारों को निर्देश दिए जाएंगे कि सुरक्षा नियमों का पालन किया जाए अब देखना होगा कि जिले में ठेकेदार इन अधिकारियों की बातों का कितना मान रखते हैं .
Last Updated : Nov 30, 2019, 2:45 PM IST
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