झाबुआ। कोरोना महामारी से लड़ने के लिए डॉक्टर्स लगातार अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की जान को बचा रहे हैं. अस्पताल प्रबंधन और स्टाफ कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे हैं, इसी कड़ी में कोरोना से लड़ने के लिए निजी चिकित्सालय का स्टाफ पिटोल बॉर्डर पर भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वहीं पुलिस के कहने पर अस्पताल के स्टाफ ने एक महिला की डिलीवरी करवाई है.
दरअसल पिटोल चेक नाका पर एक बस अमरेली गुजरात से अलीराजपुर के लिए आई थी. इसी दौरान उस बस में सवार महिला को दर्द शुरु हो गया जिसके बाद पुलिस के अधिकारियों की सहमति के बाद चिकित्सालय के स्टाफ ने महिला की डिलीवरी बस में ही कराई. पेटलावद के चोयल हॉस्पिटल के स्टाफ ने अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक विजय डावर, पुलिस निरीक्षक दिनेश शर्मा के कहने पर चिकित्सीय स्टाफ गोपाल मुलेवा, दीपक पाटीदार, संजय वसुनिया, राहुल ने महिला की प्रसूति कराई.
स्टाफ ने बताया कि बच्चा और मां दोनों ही स्वस्थ हैं अगर समय पर महिला को इलाज नहीं मिलता या उसकी डिलीवरी नहीं की जाती तो महिला की जान को खतरा हो सकता था. फिलहाल दोनों ही एकदम स्वस्थ हैं. गुजरात से आने वाले श्रमिकों की स्क्रीनिंग करने के लिए जिले भर से बड़ी संख्या में मेडिकल स्टाफ को पिटोल बॉर्डर पर तैनात किया गया है, बस में महिला की सफल डिलीवली के बाद महिला और उसके बच्चे को पुलिस की मदद से पिटोल के उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.