झाबुआ। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का आकंड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. केवल अप्रैल महीने में 3,900 से ज्यादा लोग इस महामारी की चपेट आ चुके हैं. जिसके चलते जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 6,600 से ज्यादा हो गया है. जिले में संक्रमित मरीज अभी 1,500 से कम है, बावजूद इसके कलेक्टर इस आंकड़े को रोकने के लिए रोज स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मंत्रणा कर रहे हैं. एक ओर संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिलेभर के तमाम अस्पतालों में व्यवस्थाएं बढ़ाई जा रही है, तो दूसरी ओर जिले से सटी सीमाओं पर चेकिंग बढ़ाई जा रही है.
![collector visited](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-jha-01-dmapil-pkg-mp10050_30042021103133_3004f_1619758893_435.jpg)
बॉर्डर का किया दौरा
कलेक्टर ने गुजरात और राजस्थान की सीमाओं का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इन सीमाओं से जिले में प्रवेश करने के लिए थर्मल स्क्रीनिंग और मेडीकल जांच कराना होगी. बिना इसके जिले में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है ताकि बाहर से आने वाले संक्रमित लोगों की पहचान की जा सके. कलेक्टर सोमेश मिश्रा एसपी आशुतोष गुप्ता ने गुजरात के पिटोल बार्डर के साथ-साथ राजस्थान के बांसवाड़ा-कुशलगढ़ बार्डर का दौरा कर सुरक्षा चेक पोस्ट के साथ स्वास्थ्यकर्मियों को जिले में आने-जाने वाले लोगों का रिकाॅर्ड रखने के निर्देश दिए.
कलेक्टर ने की अपील, घर से बाहर ना निकले
एक लाख से ज्यादा मरीजों की जांच
झाबुआ जिले की कुल आबादी 10 लाख 24 हजार है. जिसमें से 1 लाख 6 हजार लोगों की कोरोना जांच स्वास्थ्य विभाग ने की. 29 अप्रैल तक कोरोना संक्रमित 6,478 लोगों में से 5,210 लोग इस महामारी से ठीक हो चुके हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने संक्रमित लोगों की पहचान के लिए ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने और संक्रमितों को ट्रेस करने के निर्देश दिए हैं. जिसके चलते कलेक्टर शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों का दौरा कर लोगों को इस महामारी से बचाव के लिए जागरूक करते नजर आ रहे हैं.
![collector visited](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-jha-01-dmapil-pkg-mp10050_30042021103133_3004f_1619758893_1044.jpg)
कलेक्टर ने की अपील
कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने जिले वासियों से सरकार ने प्रसारित नियमों का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि हम सबको मिलकर इस महामारी का मुकाबला करना है. कलेक्टर ने ग्रामीण इलाकों में बीमार लोगों की पहचान के लिए पंचायत स्तर पर कोटवारों, पंचायत सचिव के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों से अपील करते हुए कहा की अगर सही समय पर बीमार लोगों की जांच और उपचार होगा तो न सिर्फ बीमार को ठीक किया जा सकेगा बल्कि दूसरे लोग भी इस बीमारी से बच पाएंगें.