झाबुआ। कृषि मंत्री सचिन यादव ने झाबुआ का दौरा किया था. जहां लोगों ने मंत्री से मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में संचालित खाद बनाने वाले कारखानों में नकली खाद बनाए जाने की शिकायत की. जिस पर कृषि मंत्री ने गंभीरता दिखाते हुये कृषि विभाग के अधिकारियों को मामले की जांच करने के निर्देश दिये थे.
कृषि विभाग की एक टीम मेघनगर में संचालित कारखानों का निरीक्षण करने पहुंची. अधिकारियों को अधिकांश कारखानों में भूमि सुधार के नाम से अलग-अलग ब्रांड की मिट्टी से भरी बोरियां मिलीं. जिन्हें खाद के नाम पर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में बेचा जाता था. इस दौरान कृषि विभाग ने कई कारखानों से खाद के सैंपल लिए हैं. जिसके बाद सभी कारखानों के उत्पादों की गुणवत्ता की जांच होगी.
कृषि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर आर एस सिसोदिया ने बताया कि जांच टीम ने मेघनगर के ग्लोमर इंडस्ट्रीज, मोनी मिनरल्स एंड प्राइवेट लिमिटेड, त्रयंबकेश्वर एग्रो इंडस्ट्रीज सहित अन्य एग्रो कारखानों में जांच कर कारखाना संचालकों को मापदंडों के अनुसार अपना उत्पादन करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही कमी पाए जाने पर तत्काल प्रतिवेदन बनाकर नोटिस जारी किया गया है.