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खाद बनाने वाले कारखानों पर कृषि विभाग ने मारा छापा, मंत्री सचिन यादव के निर्देश के बाद हुई कार्रवाई

झाबुआ के मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में खाद बनाने वाले कारखानों में प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव के निर्देश के बाद अधिकारियों ने दबिश दी. जहां अधिकारियों को कारखानों से सैंपल लिये गये और उन्हें जांच के लिये लैब भेज दिया गया.

आर एस सिसोदियाः ज्वाइंट डायरेक्टर
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Published : Sep 5, 2019, 12:02 AM IST

झाबुआ। कृषि मंत्री सचिन यादव ने झाबुआ का दौरा किया था. जहां लोगों ने मंत्री से मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में संचालित खाद बनाने वाले कारखानों में नकली खाद बनाए जाने की शिकायत की. जिस पर कृषि मंत्री ने गंभीरता दिखाते हुये कृषि विभाग के अधिकारियों को मामले की जांच करने के निर्देश दिये थे.

कृषि मंत्री ने मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में जांच के निर्देश दिये

कृषि विभाग की एक टीम मेघनगर में संचालित कारखानों का निरीक्षण करने पहुंची. अधिकारियों को अधिकांश कारखानों में भूमि सुधार के नाम से अलग-अलग ब्रांड की मिट्टी से भरी बोरियां मिलीं. जिन्हें खाद के नाम पर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में बेचा जाता था. इस दौरान कृषि विभाग ने कई कारखानों से खाद के सैंपल लिए हैं. जिसके बाद सभी कारखानों के उत्पादों की गुणवत्ता की जांच होगी.

कृषि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर आर एस सिसोदिया ने बताया कि जांच टीम ने मेघनगर के ग्लोमर इंडस्ट्रीज, मोनी मिनरल्स एंड प्राइवेट लिमिटेड, त्रयंबकेश्वर एग्रो इंडस्ट्रीज सहित अन्य एग्रो कारखानों में जांच कर कारखाना संचालकों को मापदंडों के अनुसार अपना उत्पादन करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही कमी पाए जाने पर तत्काल प्रतिवेदन बनाकर नोटिस जारी किया गया है.

झाबुआ। कृषि मंत्री सचिन यादव ने झाबुआ का दौरा किया था. जहां लोगों ने मंत्री से मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में संचालित खाद बनाने वाले कारखानों में नकली खाद बनाए जाने की शिकायत की. जिस पर कृषि मंत्री ने गंभीरता दिखाते हुये कृषि विभाग के अधिकारियों को मामले की जांच करने के निर्देश दिये थे.

कृषि मंत्री ने मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में जांच के निर्देश दिये

कृषि विभाग की एक टीम मेघनगर में संचालित कारखानों का निरीक्षण करने पहुंची. अधिकारियों को अधिकांश कारखानों में भूमि सुधार के नाम से अलग-अलग ब्रांड की मिट्टी से भरी बोरियां मिलीं. जिन्हें खाद के नाम पर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में बेचा जाता था. इस दौरान कृषि विभाग ने कई कारखानों से खाद के सैंपल लिए हैं. जिसके बाद सभी कारखानों के उत्पादों की गुणवत्ता की जांच होगी.

कृषि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर आर एस सिसोदिया ने बताया कि जांच टीम ने मेघनगर के ग्लोमर इंडस्ट्रीज, मोनी मिनरल्स एंड प्राइवेट लिमिटेड, त्रयंबकेश्वर एग्रो इंडस्ट्रीज सहित अन्य एग्रो कारखानों में जांच कर कारखाना संचालकों को मापदंडों के अनुसार अपना उत्पादन करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही कमी पाए जाने पर तत्काल प्रतिवेदन बनाकर नोटिस जारी किया गया है.

Intro:झाबुआ: मंगलवार को कृषि मंत्री झाबुआ दौरे पर थे इस दौरान उन्हें मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में संचालित खाद बनाने वाले कारखानों में अमानक और नकली खाद बनाए जाने की शिकायत कुछ लोगों द्वारा की गई थी। जिसे कृषि मंत्री ने गंभीरता से लिया और कार्रवाई के निर्देश कृषि विभाग को तत्काल दिए।


Body:कृषि मंत्री के झाबुआ से जाते ही कृषि विभाग की एक टीम ज्वाइन डायरेक्टर के नेतृत्व में मेघनगर में संचालित इन कारखानों के निरीक्षण करने पहुंची । अधिकारियों को अधिकांश कारखानों में भूमि सुधार के नाम से अलग अलग ब्रांड की मिट्टी बोरियो में भरी मिली जिसे खाद के नाम से प्रदेश सहित अन्य राज्यों में बेचा जाता है। कृषि विभाग ने एग्रो फॉस इंडिया लिमिटेड से एसएसपी (सिंगल सुपर फास्फेट) के 3 सैंपल, रॉयल एग्रोटेक से प्रोम का एक सैंपल, बालाजी एग्रोटेक से अमोनियम सल्फेट और प्रोम के सैंपल गुणवत्ता जांच के लिए लिए है ।


Conclusion:लगभग एक दर्जन अधिकारियों की टीम ने मेघनगर के ग्लोमर इंडस्ट्रीज , मोनी मिनरल्स एंड प्राइवेट लिमिटेड , त्रयंबकेश्वर एग्रो इंडस्ट्रीज सहित अन्य एग्रो कारखानों में जांच कर कारखाना संचालकों को मापदंडों के अनुसार अपना उत्पादन करने के निर्देश दिए साथ ही कमी पाए जाने पर तत्काल प्रतिवेदन बनाकर नोटिस जारी किया गया ।
बाइट: आर एस सिसोदिया ज्वाइंट डायरेक्टर कृषि इंदौर
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