जबलपुर। चीन में फैले कोरोना वायरस की वजह से सरकार ने चीन में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट कर लिया है. इनमें से एक छात्र जबलपुर का भी है, जो चीन में रहकर पढ़ाई कर रहा था. हालांकि, इस छात्र को कोई परेशानी नहीं है और न ही उसको बुखार है और न ही उसमें किसी तरह का कोई लक्षण दिखा है.
जब वो चीन से भारत आया था तो कोलकाता एयरपोर्ट पर भी उसकी स्क्रीनिंग की गई थी, उसमें किसी किस्म के वायरस का कोई प्रभाव नहीं दिखा था, इसलिए उसे जबलपुर आने की अनुमति मिल गई थी, लेकिन जबलपुर जिला प्रशासन ने उस छात्र पर नजर रखने का आदेश जारी कर दिया है. लिहाजा उसे जबलपुर के जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया है. इसके बाद एक-एक कर बहुत से लोग उसे देखने पहुंच रहे हैं.
जिससे परेशान छात्र बीते दिन वहां से भाग गया था, सुबह पुलिस उसके घर पहुंची और उसे दोबारा अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. छात्र का कहना है कि वो न तो बीमार है और न ही उसे कोई समस्या है, फिर उसके साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है.
डॉक्टरों का कहना है कि उस छात्र के नमूने लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए देश की बड़ी लेबोरेटरी में भेजा गया है. वहां से रिपोर्ट आने के बाद छात्र को घर जाने की सुविधा मिल जाएगी, लेकिन जब तक वहां से पुख्ता रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक छात्र को अस्पताल में ही रहना होगा. जिला प्रशासन ने उसकी निगरानी के लिए एक पुलिसकर्मी को भी अस्पताल में बैठा दिया है.