जबलपुर। 22 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर जबलपुर के कलाकारों ने धरती पर घटती हरियाली पर चिंता जाहिर की है. कलाकारों ने अनूठी पहल करते हुए लोगों का ध्यान धरती पर घटती हरियाली पर केंद्रित करने की कोशिश की है. कला के जरिए लोगों को इस बात का संदेश दिया की वह पृथ्वी को हरी-भरी बनाने की कोशिश करें. एक ब्यूटी आर्टिस्ट ने कुछ मॉडल्स को फूल और पत्तियों से तैयार किया और चेहरे पर दो आकृतियां बनाईं. इसमें पहली आकृति हरी-भरी पृथ्वी की है और दूसरी आकृति में भयावह तस्वीर है जिसमें पृथ्वी सुखी है, पेड़ सूख चुके हैं, पानी खत्म हो गया है.
पेड़ लगाने का लें संकल्प: सोशल मीडिया के जरिए इन तस्वीरों को आम आदमी तक पहुंचा कर इस बात की अपील की जा रही है कि पेड़ पौधों को काटने के पहले एक बार सोचें. वहीं इन मॉडल्स ने अपील की है कि लोग अपने जन्मदिन और शादी की सालगिरह जैसे मौकों पर पेड़ लगाने का संकल्प लें. इससे ना सिर्फ उनके दिन और खास हो जाएगा, बल्कि हमारे आसपास की प्रकृति भी हरी-भरी होगी.
स्कूली बच्चों ने दिया संदेश: इस मौके पर कुछ स्कूलों के बच्चों ने भी हरे रंग के कपड़े पहनकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि प्रकृति को हरा-भरा बनाया जाए और आसपास पेड़ पौधे लगाए जाएं. आम जनता में यदि यह समझ निर्मित हो जाती है तो छोटे से स्वार्थ के लिए पेड़ पौधे काटने का विरोध समाज में देखने को मिलेगा. एक बार यदि समाज हरियाली को अपना ले तो कोई भी पेड़ पौधे नहीं कटेगा.
लौट आएंगे पक्षी: जबलपुर के कलाकारों का यह प्रयास बेशक छोटा हो सकता है लेकिन इनका संदेश बड़ा है. इनका संदेश यदि लोग समझें तो इसके परिणाम बड़े अच्छे होंगे. हरी-भरी धरती हमें तो सिर्फ देखने में अच्छी लगेगी, लेकिन कई पशु-पक्षी जो हमसे सिर्फ इसलिए दूर हो गए हैं क्योंकि हमने उनके प्राकृतिक निवास उनसे छीन लिए हैं वह भी लौट आएंगे. प्रकृति में केवल सायरन की आवाज सुनाई नहीं देगी, बल्कि पक्षियों का कोलाहल भी सुनाई देगा.