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संस्कारधानी में छेड़खानी करना पड़ेगा महंगा, चप्पे-चप्पे पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

जबलपुर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों के जरिए पुलिस महिलाओं की सुरक्षा करेगी.

women security through CCTV cameras in jabalpur
संस्कारधानी में छेड़खानी करना पड़ेगा महंगा
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Published : Dec 20, 2019, 8:25 AM IST

Updated : Dec 20, 2019, 8:49 AM IST

जबलपुर। संस्कारधानी में महिलाओं की सुरक्षा अब सीसीटीवी कैमरों के जरिए की जाएगी. हाल ही में देश में हुई घटनाओं के मद्देनजर पुलिस और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिमिटेड की संयुक्त पहल के तहत जगह-जगह सीसीटीवी कैमर लगाए गए हैं. खासकर उन स्थानों पर जहां गर्ल्स कॉलेज और स्कूल हैं.

संस्कारधानी में छेड़खानी करना पड़ेगा महंगा

शहर के उन इलाकों में जहां पुलिस के जवान गश्त करते थे, अब वहां इन कैमरों के जरिए निगरानी रखी जाएगी. ये कैमरे किसी भी वारदात की तस्वीरें तुरंत कंट्रोल रूम को भेज देंगे और कंट्रोल रुम से सीधे फील्ड पर तैनात जवानों को सूचना मिल जाएगी.

सीसीटीवी कैमरे के जरिए सुरक्षा के मुद्दे पर छात्राओं का कहना है कि महज कैमरे लगा देने से सुरक्षा के इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में महिलाओं का आना-जाना ज्यादा होता है, खासकर स्कूल, कॉलेजों के पास पुलिस मौजूद होनी चाहिए.

समाज सेवक रजत भार्गव का कहना है कि शहर में जगह-जगह शराबी मौजूद हैं. प्रशासन को पहले इन्हें हटाना चाहिए, सीसीटीवी लगाने से वारदात होने का पता चलेगा. लेकिन जरुरत पहले सावधान होने की है.

एसपी अमित सिंह के मुताबिक महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर शख्स को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी. सिर्फ पुलिस या प्रशासन पर सुरक्षा का जिम्मा सौंपकर महिलाओं को सुरक्षित नहीं किया जा सकता. स्कूल-कॉलेज के आसपास लड़के खड़े रहते हैं, अब इनकी मानिटरिंग की जाएगी. अगर ये कुछ ऊटपटांग हरकतें करते हैं, तो पुलिस, कार्रवाई तो करेगी ही और इनके परिजनों को भी इनकी हरकतों की जानकारी देगी. जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को मिलाकर करीब 200 स्थान ऐसे हैं, जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.

जबलपुर। संस्कारधानी में महिलाओं की सुरक्षा अब सीसीटीवी कैमरों के जरिए की जाएगी. हाल ही में देश में हुई घटनाओं के मद्देनजर पुलिस और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिमिटेड की संयुक्त पहल के तहत जगह-जगह सीसीटीवी कैमर लगाए गए हैं. खासकर उन स्थानों पर जहां गर्ल्स कॉलेज और स्कूल हैं.

संस्कारधानी में छेड़खानी करना पड़ेगा महंगा

शहर के उन इलाकों में जहां पुलिस के जवान गश्त करते थे, अब वहां इन कैमरों के जरिए निगरानी रखी जाएगी. ये कैमरे किसी भी वारदात की तस्वीरें तुरंत कंट्रोल रूम को भेज देंगे और कंट्रोल रुम से सीधे फील्ड पर तैनात जवानों को सूचना मिल जाएगी.

सीसीटीवी कैमरे के जरिए सुरक्षा के मुद्दे पर छात्राओं का कहना है कि महज कैमरे लगा देने से सुरक्षा के इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में महिलाओं का आना-जाना ज्यादा होता है, खासकर स्कूल, कॉलेजों के पास पुलिस मौजूद होनी चाहिए.

समाज सेवक रजत भार्गव का कहना है कि शहर में जगह-जगह शराबी मौजूद हैं. प्रशासन को पहले इन्हें हटाना चाहिए, सीसीटीवी लगाने से वारदात होने का पता चलेगा. लेकिन जरुरत पहले सावधान होने की है.

एसपी अमित सिंह के मुताबिक महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर शख्स को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी. सिर्फ पुलिस या प्रशासन पर सुरक्षा का जिम्मा सौंपकर महिलाओं को सुरक्षित नहीं किया जा सकता. स्कूल-कॉलेज के आसपास लड़के खड़े रहते हैं, अब इनकी मानिटरिंग की जाएगी. अगर ये कुछ ऊटपटांग हरकतें करते हैं, तो पुलिस, कार्रवाई तो करेगी ही और इनके परिजनों को भी इनकी हरकतों की जानकारी देगी. जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को मिलाकर करीब 200 स्थान ऐसे हैं, जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.

Intro:महिलाओं की सुरक्षा अब सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी, जी हां हाल ही में देश में हुईं घटनाओं के बाद संस्कारधानी में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा संयुक्त रूप से अभिनव प्रयास किया जा रहा है जिसके तहत अब तमाम अपराधों के साथ ही महिलाओं की सुरक्षा भी सीसीटीवी कैमरों की जिम्मेदारी होगी। Body:महिलाओं की सुरक्षा हर समाज हर वर्ग का दायित्व है, बावजूद इसके महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में कमी नहीं आ रही है, नवजात बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाएं तक अपराधियों के निशाने पर रहती हैं, संविधान, कानून और हर तरह से सुरक्षा करने मंे सक्षम पुरूष वर्ग के बीच महिलाओं के साथ होने वाली घटनाएं अंतर्मन तक को झकझोर देती हैं ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इन नरपिशाचों से महिला वर्ग को कैसे सुरक्षित किया जाए, देशभर में चर्चा का विषय बना महिला सुरक्षा अपने आप में बड़ा सवाल है, लेकिन जबलपुर में अब स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिमिटेड और पुलिस ने मिलकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक और पहल की है, शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जहां पुलिस की गाड़ियां और जवान गश्त करते हैं वहीं अब स्मार्ट सिटी द्वारा शहर के चिन्हित संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो किसी भी वारदात की तस्वीरें तत्काल कंट्रोल रूम को देंगे और वहां बैठे कर्मचारी सीधे फील्ड पर तैनात जवानों को मौके पर रवाना होने के निर्देश देंगे।

एसपी अमित सिंह के मुताबिक महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर शख्स को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी, सिर्फ पुलिस या प्रशासन पर सुरक्षा का जिम्मा सौंपकर महिलाओं को सुरक्षित नहीं किया जा सकता। शहर के हर थाना क्षेत्र में 6-7 स्थान और ग्रामीण थाना अंतर्गत 4 से 5 स्थल एक थाना क्षेत्र में हैं जहां सीसीटीवी लगाने की योजना है। चायपान की दुकान पर, स्कूल-काॅलेज के आसपास लड़के खड़े रहते हैं जिनकी माॅनीटरिंग की जाएगी, इसके साथ ही उनके परिजनों को भी उनकी इन हरकतों से अवगत कराया जाएगा। पुलिस द्वारा ऐसे स्थानों की जानकारी जुटाकर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को दी गई है जिसके बाद वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

जबलपुर में ग्रामीण और शहर मिलाकर करीब 200 स्थान ऐसे हैं जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिसके लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ने भी तैयारी शुरू कर दी है। वहीं शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं की मानें तो केवल सीसीटीवी कैमरे लगा देने से सुरक्षा नहीं होगी क्योंकि कैमरे तो सिर्फ वारदातों को रिकाॅर्ड कर पाएंगे न कि रोक पाएंगे,

बाइट - खेमा छात्रा
बाइट - निशा कुशवाहा छात्रा
बाइट- रजत भार्गव, समाजसेवी
बाइट- अमित सिंह, एसपी जबलपुरConclusion:देश में और प्रदेश में सख्त से सख्त कानून होना चाहिए और यदि कहीं कोई वारदात होती है तो उसमें पुलिस और प्रशासन को तत्परता से कार्रवाई करते हुए दोषियों को कड़ी सजा देनी होगी जिससे उनमें अपराध करने की हिम्मत न बढ़े और दूसरे अपराधी भी इनका हश्र देखकर डरें।
Last Updated : Dec 20, 2019, 8:49 AM IST
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