जबलपुर। कोरोना संकटकाल में एक तरफ जहां अधिकांश उद्योग और सरकारी निकाय घाटा झेलते नजर आए, तो वही इस संक्रमण काल में भी पश्चिम मध्य रेलवे ने बंपर कमाई का रिकॉर्ड बना कर सबको चौंका दिया. पश्चिम मध्य रेलवे ने महज 3 माह में ही हजार करोड़ का जादुई आंकड़ा पार कर दिया. आपको जानकारी यह भी हैरानी होगी कि पिछले साल के मुकाबले इस साल 3 माह में ही पश्चिम मध्य रेलवे ने 65 फीसदी ज्यादा कमाई की है.
- बीते तीन साल के मुकाबले इस साल बंपर कमाई
पश्चिम मध्य रेलवे ने बीते साल 2019 में जहां अप्रैल, मई और जून माह में 745 करोड़ रुपए कमाए थे, तो वह इस साल अप्रैल-मई और जून माह में ही रेलवे 1,262 करोड़ रुपए की कमाई की. पश्चिम मध्य रेलवे ने गुड्स और पैसेंजर कैरेज दोनों मदों में बंपर कमाई की. गुड्स कैरिज यानी माल ढुलाई से जहां पश्चिम मध्य रेलवे ने 3 माह में 1,028 करोड रुपए कमाए तो, वहीं पैसेंजर ट्रेनों से डब्ल्यूसीआर ने 155 रुपए की कमाई की है.
आमदनी अठन्नी, खर्चा रुपैया: मुश्किल में रेलवे
- कोरोना में भी रेलवे ने किया लगातार काम
रेलवे की बंपर कमाई के पीछे देश के अधिकांश राज्यों में लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू के रिस्ट्रेक्शन लागू होने से भी जोड़ा जा रहा है. जिसके बीच रेलवे round-the-clock काम किया. वहीं कोरोना काल में स्पेशल ट्रेनों के रूप में चली गाड़ियों में सिर्फ दिव्यांगों और गंभीर मरीजों को किराये में सब्सिडी दी गई. जिससे भी रेलवे को फायदा हुआ है. पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ राहुल जयपुरियार ने इस रिकॉर्ड कमाई को उनकी बड़ी उपलब्धि बताया है.